रूस के स्पूतनिक-वी कोरोना वायरस (कोविड-19) वैक्सीन की 91.4 फीसदी प्रभावकारी रहा है,
जो दो चरणों में दी जाने वाली वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिन बाद आए नतीजों के विश्लेषण पर आधारित है।
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कम से कम 22 हजार स्वयंसेवकों को इस वैक्सीन की पहली खुराक दी गयी,
जबकि 19 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को पहली और दूसरी खुराक दी गयी।
कुल 40 हजार स्वयंसेवक तीसरे चरण के चिकित्सकीय परीक्षण में शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि क्लिनिकल ट्रायल प्रोटोकॉल के परीक्षण के दूसरे चरण तक पहुंचने
पर वैक्सीन या प्लेसबो का स्वयंसेवकों पर प्रभावकारी असर देखा गया।
आरडीआईएएफ ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि स्पूतनिक-वी वैक्सीन का 91.4 फीसदी प्रभावकारी असर देखा गया।
उन्हाने बताया कि वैक्सीन की पहली खुराक देने के बाद 42वें दिन मिले प्रारंभिक डेटा के अनुसार स्वयंसेवकों में प्रतिराधक क्षमता का असर 95 फीसदी से अधिक रहा।
रूसी स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने वैक्सीन के प्रभावकारी असर पर आशा व्यक्त करते हुए कहा
“हम जल्द ही कोरोना वायरस संक्रमण की महामारी के खिलाफ जंग में सबसे महत्वपूर्ण हथियार के तौर पर साबित होंगे।