13 जून को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इजराइल के ईरान पर एयर स्ट्राइक के बाद बाजार में डर का माहौल है।
सेंसेक्स 570 अंक टूटकर 81,120 के स्तर पर आ गया। वहीं निफ्टी में भी करीब 160 अंकों की गिरावट हुई और यह 24,720 पर कारोबार कर रहा है।
हर सेक्टर में गिरावट, एयरलाइन स्टॉक्स पर भी असर
सेंसेक्स के सभी 30 शेयर लाल निशान में हैं। सबसे ज्यादा मार बैंकिंग, ऑयल एंड गैस, ऑटो और IT सेक्टर के शेयरों पर पड़ी है।
कल एयर इंडिया के विमान हादसे के बाद एयरलाइन कंपनियों के शेयर भी धड़ाम हुए हैं। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का शेयर करीब 4% गिरा है, जबकि स्पाइसजेट में लगभग 3% की गिरावट आई है। टाटा ग्रुप, जो एयर इंडिया का संचालन करता है, उसके भी ज्यादातर शेयर फिसल गए हैं।
बाजार गिरने की 2 बड़ी वजहें
1. इजराइल-ईरान संघर्ष ने निवेशकों में डर बढ़ाया
इजराइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य अड्डों पर सीधा हमला कर दिया। इससे मध्य-पूर्व में युद्ध भड़कने का खतरा बढ़ गया है। जब भी दुनिया के दो बड़े देशों के बीच तनाव बढ़ता है, निवेशक घबरा जाते हैं और शेयर बाजार से पैसा निकालने लगते हैं।
2. कच्चे तेल की कीमतों में आग
हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में 10% से ज्यादा उछाल आ गया है। ब्रेंट क्रूड 78 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। भारत जैसे देशों के लिए ये खतरनाक है क्योंकि हम अपनी जरूरत का ज्यादातर तेल विदेशों से मंगवाते हैं। अगर तेल महंगा हुआ, तो महंगाई भी काबू से बाहर जा सकती है।
एशियाई बाजार भी लाल निशान में
- जापान का निक्केई 507 अंक गिरकर 37,665 पर।
- कोरिया का कोस्पी 31 अंक टूटकर 2,888 पर।
- हांगकांग का हैंगसेंग 171 अंक गिरकर 23,863 पर।
- चीन का शंघाई कंपोजिट 24 अंक लुढ़ककर 3,378 पर।
बाजार से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें
1. ओसवाल पंप्स का IPO ओपन
पंप और मोटर बनाने वाली कंपनी ओसवाल पंप्स का IPO आज से खुल गया है। 17 जून तक आवेदन किया जा सकता है और 20 जून को BSE और NSE पर लिस्टिंग होगी। कंपनी IPO के जरिए 1,387.34 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है।
2. कच्चा तेल 10% से ज्यादा महंगा
हमले के बाद ब्रेंट क्रूड 78 डॉलर/बैरल के पार पहुंच गया है। वहीं नायमैक्स क्रूड भी 12% उछलकर 78 डॉलर/बैरल हो गया है। एक बैरल में करीब 159 लीटर तेल होता है
कुल मिलाकर, इजराइल-ईरान संघर्ष और कच्चे तेल में आग ने निवेशकों को डरा दिया है। अगर हालात जल्दी नहीं संभले, तो बाजार में गिरावट का ये दौर और लंबा चल सकता है।
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