सूरत- गुजरात के सूरत शहर में एक वाणिज्यिक परिसर में आग लगने के बाद वहां चल रही ‘कोचिंग क्लास’ के करीब 20 छात्रों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए ।
शहर के सरथना इलाके के तक्षशिला परिसर में लगी आग का भयानक मंजर दिखाई दिया, जहां छात्र आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूदते नजर आए।
गुजरात सरकार ने बताया कि 20 बच्चों की मौत दम घुटने या आग लगी इमारत से कूदने के कारण हुई।
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा, ‘‘ हमने मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।’’ राज्य के दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ करीब 10 छात्र आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूद गए। कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आग बुझाने का काम जारी है।
सूरत अग्निशमन विभाग ने 19 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा और आग पर काबू पाने के लिए दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बनाए गए हैं। स्थानीय लोग भी बचाव अभियान में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने का आदेश दिया है।
उन्होंने मृतकों के परिजनों को चार चार लाख रूपए की वित्तीय सहायता मुहैया कराने का ऐलान भी किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह आग त्रासदी से अत्यंत दुखी हैं। मोदी ने ट्वीट, ‘‘ मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों। गुजरात सरकार और स्थानीय अधिकारियों से प्रभावितों को हर संभव मदद मुहैया कराने को कहा है।