2023 के मुकाबले तीन गुना इजाफा
पिछले साल यानी 2023 में भारतीयों और भारतीय कंपनियों का पैसा 70% तक गिर गया था, जो 4 साल में सबसे कम था। लेकिन 2024 में एक बार फिर रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिली है।
क्या है काला धन ?

कई लोग मानते हैं कि ये पैसा काले धन का हो सकता है। मगर स्विस बैंक और भारतीय टैक्स विभाग के मुताबिक, यह आंकड़ा बैंकों द्वारा रिपोर्ट किए गए फॉर्मल डिपॉजिट का है। इसमें वह पैसा शामिल नहीं है जो किसी फर्जी नाम या किसी तीसरे देश के नाम पर जमा किया गया हो।
पैसा किस रूप में जमा है ?

SNB ने बताया कि 2023 के अंत तक स्विस बैंकों में भारतीयों का कुल पैसा 3.54 बिलियन स्विस फ्रैंक था। इसमें:
- 346 मिलियन सीधे खातों में जमा
- 3.02 बिलियन अन्य बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के ज़रिए
- 41 मिलियन ट्रस्ट और फिड्यूसरी के ज़रिए
- और बाकी पैसा बॉन्ड, सिक्योरिटीज़ व अन्य वित्तीय साधनों के रूप में था।
2006 में बना था रिकॉर्ड

स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा 2006 में 6.5 बिलियन फ्रैंक तक पहुंच गया था। उसके बाद कई साल गिरावट आई, लेकिन 2011, 2017, 2021 और अब 2024 में फिर से तेजी देखी जा रही है।
टैक्स चोरी रोकने के लिए समझौता
2018 में भारत और स्विट्जरलैंड के बीच एक समझौता हुआ, जिसके तहत दोनों देश टैक्स मामलों में जानकारी साझा करते हैं। पहली बार 2019 में भारतीय खाताधारकों की जानकारी भारत सरकार को सौंपी गई थी और यह प्रक्रिया हर साल जारी है।
भारत की रैंकिंग में सुधार

2024 में स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों की रकम के मामले में भारत 67वें स्थान से बढ़कर 48वें स्थान पर पहुंच गया है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश का हाल
जहां पाकिस्तान के फंड्स में मामूली गिरावट आई है, वहीं बांग्लादेश का पैसा जबरदस्त 589 मिलियन फ्रैंक तक पहुंच गया है।
काला धन का सच

स्विस बैंक अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ स्विस बैंकों में पैसा होना काला धन होने का मतलब नहीं है। वे भारत के टैक्स नियमों के अनुसार जानकारी साझा कर रहे हैं और टैक्स चोरी के मामलों की जांच लगातार जारी है।
डिस्क्लेमर:
यह आर्टिकल केवल सूचना और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी का उद्देश्य किसी भी व्यक्ति, संस्था या सरकार पर आरोप लगाना नहीं है। स्विस नेशनल बैंक और संबंधित संस्थाओं द्वारा जारी आधिकारिक रिपोर्ट्स के आंकड़ों को आधार बनाकर यह लेख लिखा गया है। काला धन या टैक्स चोरी से जुड़ी किसी भी जानकारी की पुष्टि या दावा हमारी ओर से नहीं किया गया है।