फ्रांस के वायुसेना के तीन राफेल फाइटर प्लेन भारत पहुंच चुके हैं। ये बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो में भाग लेंगे। हालांकि, इसमें से सिर्फ दो ही उड़ान भरेंगे, तीसरा डिस्पले के लिए होगा।
यह फ्रांस के वायुसेना का राफेल है, न कि भारत सरकार ने जो सौदा किया है वह। एयरफोर्स के डिप्टी चीफ एयरमार्शल विवेक चौधरी समेत कई टॉप वायुसेना के अधिकारी इस शो के दौरान प्लेन से उड़ान भरेंगे।
ज्ञात रहे कि राफेल डील पर बुधवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश की गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एनडीए सरकार के दौरान हुआ राफेल लड़ाकू विमान का सौदा पूर्ववर्ती यूपीए सरकार द्वारा की गई डील की तुलना में 2।86 फीसदी सस्ता है। सीएजी रिपोर्ट पेश होने के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं हो सकता कि सुप्रीम कोर्ट भी गलत हो, सीएजी भी गलत हो, सिर्फ परिवार ही सही हो। सत्यमेव जयते। सच्चाई की हमेशा जीत होती है।’ वहीं बुधवार को कांग्रेस ने संसद के बाहर राफेल डील को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
कैग ने अपनी रिपोर्ट में 36 राफेल विमानों की नई डील को यूपीए सरकार में हुए 126 विमानों वाली पिछली डील से बेहतर बताया है।
तुलना कर बताया है कि पिछली डील में बदलाव करने से देश का 17.08 फीसदी रकम बची है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘126 विमानों के लिए किए गए सौदे की तुलना में भारत ने भारतीय आवश्यकतानुसार करवाए गए परिवर्तनों के साथ 36 राफेल विमानों के सौदे में 17.08 फीसदी रकम बचाई है।’ इसके साथ ही इसमें कहा गया है, ‘पहले 18 राफेल विमानों का डिलीवरी शेड्यूल उस शेड्यूल से पांच महीने बेहतर है, जो 126 विमानों के लिए किए गए सौदे में प्रस्तावित था।