उमा भारती का ऐतिहासिक बयान: राम भक्ति पर किसी का कॉपीराइट नहीं. भगवान राम और हनुमान जी बीजेपी नेता नहीं हैं.
उमा भारती (Uma Bharti Historical Statement on Ram Mandir) के बयान के कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
राम की भक्ति पर किसी का एकाधिकार नहीं है।
भगवान राम सबके हैं.
विपक्षी नेताओं को वोट बैंक की राजनीति से हट जाना चाहिए.
राम भक्ति पर किसी का कॉपीराइट नहीं है.
भगवान राम और हनुमान जी बीजेपी नेता नहीं हैं.
22 जनवरी को अयोध्या में समारोहपूर्वक राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा और उसी दिन राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. इस बीच राम जन्मभूमि आंदोलन की कार्यकर्ता रहीं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक अहम ऐलान किया है. लोगों के यहां आने और पुराण प्रतिष्ठा में विपक्षी नेताओं, व्यापारियों और मशहूर हस्तियों की भागीदारी के मुद्दे पर उन्होंने कहा, कि रामभक्ति पर हमारा एकाधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा की बल्कि भगवान राम सबके हैं।
भगवान राम और हनुमान जी बीजेपी के नेता नहीं हैं बल्कि वे हमारे राष्ट्रीय गौरव हैं। उनके मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में कोई भी शामिल हो सकता है और किसी को भी इसके लिए आमंत्रित किया जा सकता है।