World Boxing Championship: भारतीय मुक्केबाज जैसमीन लंबोरिया और मीनाक्षी हुड्डा ने एक नया इतिहास रच दिया है। हरियाणा की जैसमीन लंबोरिया और मीनाक्षी हुड्डा ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब जीतकर देश का नाम रोशन किया। इन दोनों मुक्केबाजों की जीत के साथ देश ने महिला वर्ग में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चार पदक अपने नाम कर लिए हैं।
बता दें कि जैसमीन ने पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता पोलैंड की जूलिया जेरेमेटा को हराकर फीदरवेट वर्ग में चैंपियन बन गई है।
विश्व चैम्पियन बनीं जैसमीन और मीनाक्षी
जैसमीन और मीनाक्षी विश्व चैम्पियन बनने वाली भारतीय मुक्केबाजों की सूची में शामिल हो गई हैं। इससे पहले छह बार की चैम्पियन एमसी मेरीकॉम, दो बार की विजेता निकहत जरीन, सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006), नीतू गंघास (2023), लवलीना बोरगोहेन (2023) और स्वीटी बूरा (2023) यह चैम्पियन जीत चुकी हैं।
जैसमीन ने ओलंपिक पदक विजेता को हराया
फीदरवेट वर्ग में जैसमीन ने पोलैंड की जूलिया जेरेमेटा को हराकर खिताब अपने नाम किया। दरअसल, जूलिया पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता रह चुकी है। यह मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, लेकिन जैसमीन ने अपनी रणनीति और दमदार पंच से विरोधी खिलाड़ी को पछाड़ दिया। इस जीत के साथ जैसमीन ने न सिर्फ विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता बल्कि भारतीय मुक्केबाजी को नई ऊंचाई देने का भी काम किया है।

मीनाक्षी का दमदार प्रदर्शन
मीनाक्षी हुड्डा ने भी अपने वर्ग में शानदार प्रदर्शन कर खिताब अपने किया। शुरुआत से ही उन्होंने आक्रामक अंदाज अपनाया और अपने विपक्षी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया। मीनाक्षी की जीत ने भारत को एक और स्वर्ण पदक दिलाया और महिला मुक्केबाजी में देश की ताकत को एक बार भी साबित कर दिया कि वह किसी से कम नहीं है।
🇮🇳 India’s women shine at the World Boxing Championships 2025 in Liverpool 🥊
🥇 Jaismine Lamboria (57kg) | World Champion, 9th 🇮🇳 woman to win Worlds Gold
🥈 Nupur Sheoran (+80kg) – Silver, close 2-3 loss in final
🥉 Pooja Rani (80kg) – Bronze after SF loss
✨ Minakshi Hooda… pic.twitter.com/jA7HX1dRPb
— IndiaSportsHub (@IndiaSportsHub) September 14, 2025
भारतीय मुक्केबाजों की गौरवशाली परंपरा
जैसमीन और मीनाक्षी भारतीय मुक्केबाजों की सूची में अपना नाम शामिल कर लिया हैं, जिन्होंने विश्व स्तर पर खिताब जीता है। इससे पहले एमसी मेरीकॉम ने छह बार, निकहत जरीन ने दो बार, सरिता देवी, जेनी आरएल, लेखा केसी, नीतू गंघास, लवलीना बोरगोहेन और स्वीटी बूरा जैसे नाम इस सूची में दर्ज हैं। अब इन दोनों नई चैम्पियनों ने भारत की ताकत को और मजबूत कर दिया है।
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