विवादित धर्मगुरु जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण पर अभी मलेशिया सरकार ने फैसला नहीं लिया है।
भारत दौरे पर आए मलेशिया के मानव संसाधन मंत्री एम कुला के साथ एक बैठक के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जाकिर नाइक का मसला उठाया। स्वराज ने नाइक के जल्द प्रत्यर्पण की बात कही। उन्होंने पूछा कि क्या उसे भारत भेजा जाएगा। कुला ने कहा कि इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है। मलेशिया सरकार इसका फैसला अदालत पर छोड़ सकती है।
उन्होंने कहा, “अगर मलेशिया सरकार नाइक के प्रत्यर्पण का फैसला लेती है
तो हमारी तरफ से तो मामला खत्म हो जाएगा, लेकिन नाइक फिर भी इस फैसले को चुनौती दे सकता है। अगर सरकार प्रत्यर्पण का फैसला नहीं लेती है तो हम इस मामले को अदालत के फैसले के लिए भेज सकते हैं। हम भरोसा दिलाते हैं कि इसमें पारदर्शिता बरती जाएगी और न्याय होगा।’
नाइक पर युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था।
इसके अलावा नाइक पर हेट स्पीच और समुदायों के बीच वैमनस्य बढ़ाने के आरोप भी लगे थे। उसके खिलाफ 2016 में एंटी-टेरर लॉ के तहत केस दर्ज किया गया था। 2016 में बांग्लादेश में हुए बम धमाकों के मामले में भी नाइक जांच के दायरे में है।
ज्ञात रहे कि जुलाई में मलेशिया के एक अखबार में जाकिर नाइक का बयान छपा था।
इसमें नाइक ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथीर मोहम्मद का शुक्रिया अदा किया था। उसने कहा था कि वे इस मामले को गैर-पक्षपाती नजरिए से देख रहे हैं। मलेशियाई प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि वे तब तक नाइक को प्रत्यर्पित नहीं करेंगे, जब तक वह देश में समस्याएं नहीं पैदा करता।