burhanpur -Asirgarh Fort
किले की खूबसूरती को देख कर नहीं ठहरे की आपकी आँखे

Asirgarh Fort – मध्यप्रदेश में कई ऐसी जगहे हैं जो टूरिस्ट के लिए बेहद खास साबित हो सकती हैं।

मध्यप्रदेश को घूमने के लिए अलग अलग जगहों से लोग आते हैं। मध्यप्रदेश की सुंदरता वा खूबसूरती को मसहूस करने लिए हर कोई बेताब रहता हैं। अब तक अपने कई इतिहास जगहों के बारे में सुना होगा जो देखने के काबिल हो। इन्ही काबिल जगहों में एक और ऐसी जगह हैं जिसे आप देख कर पूरी तरह से उसके दीवाने हो जाएंगे।

ये इतिहासिक जगह हैं – असीरगढ़ का किला। जोकि मध्यप्रदेश के बुरहानपुर से लगभग 20 किमी की दूरी पर उत्तर दिशा में सतपुड़ा पहाडिय़ों के शिखर पर समुद्र सतह से 750 फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं। बुरहानपुर खंडवा से लगभग 80 किमी दूर हैं। असीरगढ़ के किले की खूबसूरती देखने लायक हैं। इस किले की उचाई पर चढ़कर आप इस किले की सुंदरता को महसूस कर सकते हैं। इस किले के उपर चढ़ते ही आपको नीचे की हर एक चीज़ छोटी नज़र आएंगी। इस किले को घूमने का सही मज़ा अक्टूबर से मार्च के बीच का हैं। इतना ही नहीं असीरगढ़ के किले के अलावा आसपास कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं।

माना जाता हैं की इन्हीं खाइयों में से किसी एक में गुप्त रास्ता बना हुआ हैं, जो खांडव वन (खंडवा जिला) से होता हुआ सीधे इस मंदिर में निकलता हैं।

इसी रास्ते से होते हुए अश्वत्थामा मंदिर के अंदर आते हैं। वहीं स्थानीय रहवासियों का दावा हैं सुबह सबसे पहले अश्वत्थामा ही इस मंदिर में आकर भगवान शिव की पूजा करते हैं। मान्यता है कि असीरगढ़ के किले में स्थित तालाब में स्नान करके अश्वत्थामा शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। इस ही बीच आश्चर्य कि बात यह है कि पहाड़ की चोटी पर बने किले में स्थित यह तालाब बुरहानपुर की तपती गरमी में भी कभी सूखता नहीं। तालाब के थोड़ा आगे गुप्तेश्वर महादेव का मंदिर हैं। बता दे की मंदिर चारों तरफ से खाइयों से घिरा हैं।

अगर आप भी असीरगढ़ का किला घूमना चाहते हैं तो यहां से बुरहारनपुर तक जाने के लिए ट्रेन, बसें व टैक्सी आसानी से मिल जाएगी। इसके अलावा यहां से सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर हैं , जो करीब 180 किमी दूर हैं। बता दे की बुरहानपुर मध्य प्रदेश के सभी बड़े शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हैं।

 

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