हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान को लेकर गुस्सा और चिंता का माहौल है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को लेकर एक बड़ा और सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए खतरा बन चुका है।
आतंकवाद को दे रहा है समर्थन
ओवैसी ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि वह आतंकवादियों को न केवल ट्रेनिंग और हथियार दे रहा है, बल्कि उन्हें आर्थिक मदद भी मुहैया करवा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की नीयत भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और देश के विभिन्न समुदायों में फूट डालने की है। ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तानी डीप स्टेट और सेना का मकसद सिर्फ भारत में आतंक फैलाना है। पाकिस्तान खुद को इस्लाम और मुसलमानों का रहनुमा कहता है, लेकिन यह एक झूठ है। भारत में भी 20 करोड़ मुसलमान रहते हैं और वे पाकिस्तान की हरकतों का समर्थन नहीं करते।”
पाकिस्तान लगातार भारत को अस्थिर करने की कोशिश में
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान 1948 से ही भारत को अस्थिर करने की साज़िशें करता आ रहा है। यह सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी है। ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा, “मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान कभी भी भारत को अस्थिर करने की अपनी कोशिशें बंद करेगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए, लेकिन साथ ही कश्मीरियों को अपनाने और उनसे संवाद बनाए रखने की आवश्यकता है।
पाकिस्तान का पर्दाफाश करेंगे: ओवैसी
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में ओवैसी को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की असलियत को उजागर करेंगे। उनका कहना है कि भारत को पूरी दुनिया को बताना चाहिए कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद ने कितने निर्दोष लोगों की जान ली है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का शिकार है। यह आतंकवाद जिया उल हक के समय से चला आ रहा है। हमने देखा है कि किस तरह निर्दोष लोगों को मारा गया है। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान की नीति को वैश्विक स्तर पर बेनकाब किया जाए।”
आज़ादी के तुरंत बाद शुरू हो गया था षड्यंत्र
ओवैसी ने भारत-पाक संबंधों के इतिहास का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत की आज़ादी के तुरंत बाद ही जम्मू-कश्मीर में कबीलाई हमलावरों को भेजकर अशांति फैलाने की शुरुआत कर दी थी। उन्होंने कहा कि यह सब नया नहीं है, बल्कि लंबे समय से चल रहा षड्यंत्र है। लेकिन अब पहलगाम जैसे हमले यह दिखाते हैं कि भारत का धैर्य खत्म हो चुका है।
निष्कर्ष
असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान भारत में एक अहम राजनीतिक और कूटनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने न केवल पाकिस्तान के आतंकी रवैये की कड़ी आलोचना की, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि भारत के मुसलमान पाकिस्तान की नीतियों का समर्थन नहीं करते। यह बयान न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि देश के अंदर भी आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत इस संदेश को कितनी मजबूती से रख पाता है।