देश के सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई ब्रांच में करीब 11 हजार 330 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। यह मामला मुंबई की एक ब्रांच से जालसाजी के जरिए अनधिकृत ट्रांजेक्शन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इनके जरिए कुछ चुनिंदा एकाउंट होल्डर्स को फायदा पहुंचाया जा रहा था। बैंक ने इस बारे में बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दे दी है। इस फर्जीवाड़े का असर कुछ दूसरे बैंकों पर भी देखने को मिल सकता है। इस पूरे मामले की जांच बैंक की आंतरिक कमेटी कर रही है। अभी बैंक की तरफ से इस फर्जीवाड़े में शामिल किसी शख्स का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि उसने इसके बारे में जांच एजेंसियों को जानकारी दे दी है। इस फर्जीवाड़े की जानकारी प्रकाश में आने के बाद पीएनबी का शेयर आठ फीसदी तक टूट गया, जिससे निवेशकों के तीन हजार करोड़ रुपए डूब गए। पीएनबी में फ्रॉड और अनधिकृत ट्रांजेक्शन की खबर सामने आने के बाद पीएनबी का शेयर सुबह करीब 11.48 बजे 7.82 फीसदी टूटकर 149 रुपए के निचले स्तर पर आ गया। हालांकि शेयर में बाद में कुछ रिकवरी देखी गई। गौरतलब है कि पीएनबी पहले से ही इस तरह के फर्जीवाड़े की जांच कर रहा है। पिछले सप्ताह सीबीआई ने कहा था कि उसने पीएनबी की शिकायत पर अरबपति ज्वेलर नीरव मोदी के खिलाफ जांच शुरू की है। पीएनबी ने ज्वेलर और कुछ अन्य पर 4.4 करोड़ डॉलर के फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। यह पता नहीं चल पाया है कि मौजूदा खुलासा इसी मामले से जुड़ा है या इससे अलग है। पहले सीबीआई ने पीएनबी की शिकायत पर अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उनके भाई और पत्नी व एक बिजनेस पार्टनर के खिलाफ 280 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। धोखाधड़ी का यह मामला 2017 का है।