बस्तर प्रवास पर अपने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को अपने प्रस्तावित बीजापुर जिले आगमन पर आयुष्मान भारत योजना के साथ बस्तर नेट का भी उपहार दे सकते हैं। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके लिये प्रधानमंत्री बीजापुर जिले के अंतर्गत ग्राम जांगला में इन दोनों योजनाओं को मूर्त रूप देने तेजी से तैयारियां की जा रही है। इसकी तैयारी के लिए बीएसएनएल और चिप्स यहां ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) बिछाने का काम युद्धस्तर पर कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इन योजनाओं को साकार रूप देने बीजापुर के रास्ते पर सौ से ज्यादा जेसीबी मशीनों को ओएफसी केबल बिछाने के कार्य में लगाया गया है। इसी प्रकार जांगला उपस्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक रूप से दंतेवाड़ा जिला अस्पताल से भी जोड़ा गया है, जिसके साथ ही आगे इसे मेकाहारा और अन्य बड़े अस्पतालों से जोडऩे की प्रक्रिया की जायेगी। साढ़े 8 सौ करोड़ रुपए की लागत से 836 किलोमीटर लंबे बिछाए जाने वाले ओएफसी से बस्तर का अपना सर्किट तैयार होगा।
बताया जा रहा है कि इसे 6 क्षेत्रों पर जोडक़र नेटवर्क प्रदान करने का कार्य किया जाएगा। वर्तमान में इसे बीजापुर से भोपालपटनम तक जोड़ा जाएगा, जहां से आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की जाएगी। बस्तर नेट के लिए प्रदेश शासन के अंतर्गत चिप्स के सीईओ एलेक्स पॉल मेनन ने बताया कि बस्तर नेट के माध्यम से संभाग के अंदरूनी इलाकों में नेटवर्क कनेक्टिविटी को लेकर राज्य सरकार की योजना के जरिए पहली बार संचार सेवा देने वाली कंपनियों से अलग खुद का नेटवर्क तैयार किया जायेगा।
दो लाईनों में तैयार की जाने वाली इस परियोजना में एक लाईन जगदलपुर से सुकमा, सुकमा से कोंटा, सुकमा से गीदम, गीदम से बीजापुर, बीजापुर से भोपालपटनम तक जुड़ेगी तो दूसरी जगदलपुर से कोंडागांव, कोंडागांव से नारायणपुर, नारायणपुर से भानुप्रतापपुर, भानुप्रतापपुर से कांकेर, कांकेर से कोंडागांव तक जुड़ेगी। दो समानांतरें लाईने होने से एक लाइन में खराबी आई तो दूसरी लाईन से सेवा शुरू हो जाएगी।