अब नहीं होगी प्रॉपर्टी के नाम पर धोखाधड़ी जान जाएंगे आप भी, बस समझना होगा, इन बातों को..
आजकल हर कोई गलत तरह से प्रॉपर्टी के नाम पर झूठ फरेब चलता आ रहा है
जिस वजह से लोगों को भारी नुकासान का सामना करना पड़ता है
जिन लोगों में खून पसीने को कमाई से अपने महल को खड़ा करना चाहते है
यहां तक कि पाई पाई जोड़कर खुद के नाम का घर खरीदना चाहते है
उन्हें क्या पता उन्हें तो ठगा जाता है।
सारी पुष्टि के बाद ही कोई प्रॉपर्टी ख़रीदे।
आइये जाने प्रॉपर्टी लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाइये।
प्रोपेर्टी लेने से पहले प्रोपेर्टी के पेपर की जानकारी होनी चहिये,
जिससे कि कोई भी किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नही कर पॉय ।
(Ownership document) जो प्रॉपर्टी बेच रहा है वह खुद प्रॉपर्टी का मालिक है या नही,
कहीं कोई एक ही प्रोपेर्टी के दो मालिक तो नही है, कि कोई हमसे फरेब कर रहा हो।
जिसकी प्रोपेर्टी है वो पैतृक संपत्ति है तो किसकी की है
और उसके पास प्रोपेर्टी कैसे आई और उसको कैसे मिली इस बात की भी पुष्टि लगाना जरूरी है।
जिसके नाम की प्रोपेर्टी है उसका मालिक कौन है
या कोई उसके नाम पर कोई प्रोपेर्टी तो नहीं चला रहा है
यह भी देखना जरूरी है कि उनकी पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी को देखना भी ज़रूरी है
कि वो असली मालिक की है या नही।
प्रोपेर्टी भी कई प्रकार की होती है जिसके बारे में जानना अधिक आवश्यक है
इसके दस्तावेज को देख कर भी हम सही प्रोपेर्टी पेपर की भी जांच सकते है
जैसे रिहायसी फ्लैट, स्वतंत्र मकान, स्वतंत्र बहुमूल्य मंजिले, कमर्शियल दुकान,
फ्लैट कॉमर्शियल, फ्लोरसी फार्महाउस, फ्लोरसी भूमि आदि कई ऐसे प्रोपेर्टी पेपर होते है
जिनके बारे में आप बखूभी से जान सकते है।
यहाँ हम यह भी जान सकते है अगर प्रोपेर्टी की जमीन के दस्तावेज कितने सही है
तो हम प्रोपेर्टी के पेपर को जानने के लिए देखते है
को प्रोपेर्टी पट्टे वाली है या बिना पट्टे वाली है
और इसका रीन्यू भी समय समय पर करना होना चाहिए ऐसा ना हो
कि बिना रीन्यू के हम प्रोपेर्टी के पेपर ना लें।
प्रोपेर्टी अगर रीन्यू करना है तो कौन करवाएगा इसकी जानकी पहले से ही लेना उचित होगा
यहाँ तक कि जो प्रोपेर्टी की रजिस्ट्री है उसे भी देख कर पाता लगा सकते है
कि जो पुरानी और नई रजिस्ट्री एक दूसरे से मेल कर रही है या नहीं
इस बात की भी पूछताछ करना सही होगा।
जो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसके सरकारी कार्य का उपयोग किसमे आएगा,
जैसे जमीन कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल, एजुकेशन या फिर कोई और है
इस बात का पता लगाना महत्वपूर्ण होता है क्योंकि जो उपयोग करने के लिए प्रोपेर्टी ली है
वो कितनी सही है कहीं ऐसा तो नही जिस वजह से खरीद रहे है
वो प्रॉपर्टी है ही नही जैसे मकान खरीदने के लिए प्रॉपर्टी ली है और उसका उपयोंग दुकान से बनी हो।
इसका पता लगाना होता है जो आप प्रोपेर्टी ले रहे है वो लैंड उसे करने के मुताबिक ही हो,
जो कि आपको टाउन इन कन्ट्री प्लानिंग (town in country planning ) से पता चलेगी.
अगर कॉन्सर्ट प्रॉपर्टी खरीदना चाहते है तो सभी विभागों से अनुमति लेनी चहिए।
कंस्ट्रक्शन का काम शुरू करने से पहले यवः भी देखना जरूरी है
कि उसमें मालिक के हस्ताक्षर है या नहीं और जमीन अवेध रूप से निर्माण किया गया है
इस बात का पता नगर पालिका बिल्डिंग के एप्रोव मैप से भी देखा जा सकता है.
कोई भी सम्पति खरीदने से पहले उसका सेल एग्रीमेंट बनना चाहिए ।
सबसे बेहतरीन सम्पत्ति खरीदने से पहले नैशनलाइज़ फाइनांशियल बैंक में अर्जित करें।
अगर बैंक प्रोपेरी के लिए तैयार हो जाता है तो आपकी प्रोपेर्टी एक दम सही है
उसमें कहीं से कहीं तक धोखाधड़ी का नुकसान नही उठाना होगा।