‘हेरा फेरी’… नाम सुनते ही जो चेहरा सबसे पहले आंखों के सामने आता है, वो है लुंगी पहने, सोडा की बोतल पकड़े, चश्मा लगाए वो शख्स — बाबूराव गणपतराव आप्टे। परेश रावल द्वारा निभाया गया ये किरदार किसी भी कॉमिक रोल से कहीं आगे निकल गया है। लेकिन अब जो खबर सामने आई है, उसने फैंस की हंसी को एक पल में रोक दिया है।
परेश रावल ने आधिकारिक तौर पर ‘हेरा फेरी 3’ से खुद को अलग कर लिया है।*
और इससे भी बड़ी बात — उन्होंने उन तमाम अफवाहों पर भी सफाई दे दी है जो उनके और डायरेक्टर प्रियदर्शन के बीच ‘क्रिएटिव डिफरेंस’ की खबरें उड़ा रही थीं।
परेश रावल ने तोड़ी चुप्पी — “कोई झगड़ा नहीं हुआ
यानि साफ है — न कोई बहस, न कोई विवाद। लेकिन फिर सवाल खड़ा होता है, अगर वजह ये नहीं थी, तो फिर क्या थी?
ये किरदार मेरे लिए अब गले का फंदा बन चुका है
इस सवाल का जवाब परेश रावल ने भले ही ट्वीट में न दिया हो, लेकिन उनके पुराने इंटरव्यूज़ बहुत कुछ कह जाते हैं। एक बातचीत में उन्होंने कहा था कि बाबूराव का किरदार अब उनके लिए बोझ जैसा हो गया है। लोग उन्हें सिर्फ एक ही इमेज में देखने लगे हैं — और एक कलाकार के तौर पर वो इससे बाहर निकलना चाहते हैं।
यानी वो खुद को दोहराते हुए नहीं देखना चाहते। एक ही तरह का किरदार बार-बार निभाना अब उनके लिए एक रचनात्मक रुकावट बन गया है।
सोशल मीडिया पर फैन्स का सैलाब — “बाबूराव के बिना कुछ अधूरा है”
जैसे ही ये खबर वायरल हुई, सोशल मीडिया पर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लोगों ने अपनी निराशा, नाराज़गी और दुख जाहिर किया। एक फैन ने लिखा,
“पैसे कम मिले क्या सर?”
तो किसी ने ट्वीट किया,
“बाबूराव के बिना हेरा फेरी नहीं चलेगी, सर… प्लीज़ वापस आ जाइए!”
कुछ लोगों ने तो फिल्म ही बंद करने की मांग कर दी। कई यूज़र्स ने डायरेक्टर प्रियदर्शन को टैग करते हुए लिखा कि अगर परेश रावल नहीं हैं, तो ‘हेरा फेरी 3’ को टाल देना चाहिए।
सुनील शेट्टी भी मायूस — “बाबूराव के बिना श्याम भी अधूरा है
परेश रावल के इस फैसले से फिल्म के दूसरे मुख्य अभिनेता सुनील शेट्टी भी उदास नजर आए। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा:
अगर परेश भाई फिल्म में नहीं हैं, तो श्याम का किरदार भी अधूरा लगेगा। राजू, श्याम और बाबूराव — ये तीनों मिलकर ही ‘हेरा फेरी’ बनाते हैं। जब तक ये तिकड़ी साथ न हो, फिल्म में वो जादू नहीं आ सकता।
उनका ये बयान फैंस की भावनाओं को और गहराई से छू गया।

अंत में… हंसी का ये सफर वहीं रुक गया?
‘हेरा फेरी’ कोई आम फिल्म नहीं, बल्कि एक दौर थी। एक ऐसा कल्ट क्लासिक जो हर पीढ़ी को हंसी के ठहाके दे गया। और उस सफर का सबसे अहम मुसाफिर था — बाबूराव।
आज जब परेश रावल ने इस किरदार को अलविदा कहा है, तो ऐसा लग रहा है जैसे उस सफर की रफ्तार ही थम गई हो।