नई दिल्ली – एमपी के इंदौर शहर में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय के नगर निगम अधिकारी को बैट से पीटने के मामले में उसका पक्ष लेते हुए बचाव किया है।
उन्होंने कहा कि वह अभी ‘कच्चा खिलाड़ी’ है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह बड़ा मामला था नहीं, इसे बड़ा बनाया गया है। ज्ञात हो, पिछले सप्ताह आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी को क्रिकेट के बैट के साथ पिटाई की थी। इसके बाद आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद भोपाल की विशेष कोर्ट ने उन्हें शनिवार को जमानत दी और रविवार सुबह उन्हें जेल से रिहा किया गया। जेल से रिहा होने के बाद आकाश विजयवर्गीय का भव्य स्वागत किया गया था। घर पहुंचने के बाद उनके माथे पर टीका लगाया गया और मिठाई बांटकर खुशी मनाई गई। इतना ही नहीं, जमानत मिलने के बाद उनके समर्थकों ने इंदौर में भाजपा दफ्तर के बाहर फायरिंग करके भी जश्न मनाया था, जिस पर काफी विवाद हुआ।
इस पूरे मामले में पर कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश का बचाव करते हुए कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
मुझे लगता है कि दोनों तरफ से ही बदसलूकी हुई है। आकाश जी और नगर निगम कमिश्नर दोनों ही कच्चे खिलाड़ी हैं। यह बड़ा मुद्दा नहीं था, इसे बड़ा बनाया गया। मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए, उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए। इस मामले में इसी चीज की कमी रही।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह फिर से न हो, दोनों को समझना चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा, मैं पार्षद, मेयर और मंत्री रहा हूं, लेकिन हमने हम बारिश के दौरान किसी भी आवासीय भवन को ध्वस्त नहीं किया। मुझे नहीं पता कि आदेश सरकार द्वारा जारी किया गया था, अगर ऐसा नहीं हुआ था तो यह उनकी गलती है। यदि किसी भवन को ध्वस्त किया जा रहा है, तो उसमें रहने वालों के लिए एक ‘धर्मशाला’ में रहने की व्यवस्था की जाती है। नगर निगम ने बदसलूकी की। महिला स्टाफ और महिला पुलिस होनी चाहिए थी। यह अपरिपक्व था। ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए।