इंदौर – साल 2016 में हुई नोटेबंदी के बाद पुराने नोट बैंको ने बदल कर दिए।
नोट बंदी से दौरान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सभी नोट बदले।
लेकिन आज भी पुराने 50 और 100 के नोट चलन में है।
इन पुराने 50 और 100 की गड्डी में अक्सर कटे फटे नोट निकल रहे हैं।
जिसे लोगों को मार्केट में चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
मार्केट में न चलने पर लोग इसे बैंको में जमा करने पहुंच रहे हैं
जहा बैंक ऐसे नोट लेने से साफ़ इंकार कर रहा हैं।
हालही में एक मामला इंदौर से सामने आया हैं जहा पर कटे फटे नोट लेने से बैंक ने साफ़ मना कर दिया।
दरअसल मामला यह है की तिलक नगर निवासी महेश बैरागी की पत्नी सुनीता ने अप्रैल में डाकघर से 10 हजार रुपए निकाले थे।
जिसमें 50 के नोटों की एक गड्डी थी।
इस नोटों की गड्डी में करीब 10 नोट फटे हुए निकले।
इन नोटों को मार्केट में चलाने की भी कोशिश भी की गई लेकिन यह नोट नहीं चले।
इस के बाद उन्होंने इन नोटों को बैंक में जमा कराने का सोचा।
बैंक कर्मचारियों ने इन नोटों को लेने से साफ़ मामा कर दिया।
काफी बहस के बाद बैंककर्मी ने कहा कि हमारी बैंक की चेस्ट ब्रांच नहीं है।
इसके चलते हमें इन नोटों को चलाना काफी मुश्किल होगा।
बता दे की नियमानुसार बैंक ऐसे नोटों को लेने से मना नहीं कर सकते।
अगर फिर भी कोई नोट नहीं लेते हैं
तो इस बारे में ब्रांच मैनेजर व मुख्यालय पर शिकायत की जा सकती है।