नरेंद्र सिंह तोमर, नरोत्तम मिश्रा और नंदकुमार चौहान के बीच रस्साकशी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पूर्व, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर इन दिनों पार्टी में घमासान मचा हुआ है। पिछले 13 वर्षों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद प्रभात झा और उसके बाद नंदकुमार सिंह चौहान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने। तोमर और झा कार्यकाल में पार्टी चुनाव जीतकर सरकार बनाने में सफल रही। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान के बारे में कहा जाता है, कि वह मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही काम करते हैं। पार्टी संगठन पर उनकी कोई पकड़ नहीं है। पिछले 6 माह से उनके बदले जाने की चर्चा उच्च स्तर पर चल रही है। उनका स्थान कौन लेगा, इसको लेकर भाजपा में घमासान मचा हुआ है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार शिवराज सिंह चौहान चाहते हैं, कि यदि बदलाव जरूरी है, तो नरेंद्र सिंह तोमर को केंद्रीय मंत्री के साथ साथ मध्यप्रदेश भाजपा का अध्यक्ष भी बना दिया जाए। इस पर उन्हें कोई एतराज नहीं है।
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और संघ के प्रमुख पदाधिकारी नरेंद्र सिंह तोमर की केंद्रीय राजनीति में सक्रियता के कारण, उन्हें वहां से भेजने के लिए तैयार नहीं है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अमित शाह की पसंद नरोत्तम मिश्रा हैं। नरोत्तम मिश्रा ने गुजरात और उत्तर प्रदेश के चुनाव में जिस तरह से कार्य किया है। रणनीति बनाकर, वह विपरीत परिस्थितियों में भी अपने अनुकूल वातावरण तैयार कर लेते हैं। विधानसभा चुनाव के समय नरोत्तम मिश्रा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की पसंद बने हुए हैं।
भारतीय जनता पार्टी सूत्रों द्वारा जो जानकारी दी गई है। उसके अनुसार नरोत्तम मिश्रा को भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने का निर्णय संघ और भाजपा की समन्वय बैठक में हो गया था। इसकी जानकारी लगने पर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां नहीं पहुंचे। संघ पदाधिकारियों ने इस संबंध में उन्हें संघ मुख्यालय में अपनी बात रखने की सलाह दी थी। सूत्रों का कहना है कि नागपुर में उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए नरोत्तम मिश्रा के स्थान पर गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह और लाल सिंह का नाम आगे बढ़ा दिया है। जिसके कारण एक बार फिर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर अनिर्णय की स्थिति बन गई है। मप्र में अध्यक्ष पद को लेकर 3 एन नरेन्द्र, नरोत्तम और नंदकुमार के बीच मुकाबला हो रहा है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इन दिनों कर्नाटक विधानसभा चुनाव में व्यस्त है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की धमकी के बाद, यह मामला कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद ही तय होगा कि प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष कौन होगा।