नयी दिल्ली 23 अप्रैल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलित और बेटी विरोधी करार देते हुए आज कहा कि देेश में बच्चियाें के साथ दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब मोदी सरकार का ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ का नारा‘बेटियों को भाजपा और उसके विधायकाें से बचाओ’ बन गया है।
श्री गांधी ने दलिताें पर अत्याचार की बढ़ती घटनाओं और कानून कमजोर करके उनका हक छीने जाने के लिए श्री मोदी को आडे़ हाथों लिया । श्री गांधी ने यहां तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग की अोर से आयोजित देशव्यापाी ‘संविधान बचाओ ’ अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि श्री मोदी ने जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ वर्ष की बच्ची और उन्नाव में भाजपा विधायक द्वारा एक लड़की के दुष्कर्म समेत देश भर में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर चुप्पी साधे रखी।वह कठुआ और उन्नाव की घटना पर कुछ नहीं बोलते ।
श्री गांधी ने मोदी सरकार के ‘बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ ’नारे पर तंज कसा और कहा कि अब यह नया बेटियों को भाजपा और उसके विधायकों से बचाओ’में बदल गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण की शुरूआत श्री मोदी की पुस्तक,‘कर्मयोगी’ मे उनके विचारों को उद्धृत करते हुए किया और कहा कि इस किताब से दलितों के बारे में लोगों को प्रधानमंत्री की साेच और विचारधारा पता लग जाएगी। श्री गांधी ने इस पुस्तक में श्री मोदी के हवाले से कहा कि वाल्मीकि समाज के लोग शौचालय साफ करने और मैला ढोने का काम पेट पालने के लिए नहीं करते हैं बल्कि इससे उन्हें ‘आध्यात्मिकता’ की प्राप्ति होती है। श्री मोदी ने इस पुस्तक में कहा कि वाल्मीकि समाज के लोग पीढियों से यह काम करते आ रहे हैं । वे यह काम छोड भी सकते थे लेकिन उन्होने इसे नहीं छोडा क्याेंकि यह उनकी आध्यात्मिकता थी। इस पर वहां उपस्थित जनसमुदाय ने ‘शर्म करो शर्म करो’ के नारे लगाये।
श्री गांधी ने कहा कि इससे श्री मोदी की सोच और विचारधारा का पता लगता है। उन्होंने कहा कि एक बार मोदी ने एक व्यक्ति से पूछा कि उन्हें समझ में नहीं आता कि देश के दलिताें में उनके खिलाफ गुस्सा क्यों है । श्री गांधी ने कहा कि दलित उनसे गुस्सा इसलिए करते हैं क्योंकि उनकी विचारधारा दलित विरोधी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी शासन में देश में खासकर मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्याें में दलिताें पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं।