नई दिल्ली
अपने आंदोलन से तत्कालीन सरकार को हिलाने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल पर निराशा जाहिर की है। अन्ना हजारे ने कहा कि प्रधानमंत्री से बहुत उम्मीदें थी। एक रैली के दौरान अन्ना हजारे ने मोदी सरकार पर हमला बोला। अन्ना ने किसानों की स्थिति पर चर्चा करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने किसानों की दयनीय स्थिति के लिए केंद्र की सरकार को कटघरे में खड़ा किया। अन्ना हजारे ने कहा कि नरेंद्र मोदी जब देश के प्रधानमंत्री बने थे तो मुझे उनसे काफी उम्मीदें थी। उन्होंने कहा कि मुझे लगा था कि अच्छे दिन आने वाले हैं। लेकिन साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद मैं उनके कार्यकाल से काफी निराश हूं। केंद्र की सरकार के खिलाफ आंदोलन करुंगा। इसके लिए मैं राज्य की सरकारों से समर्थन की मांग कर रहा हूं। अब तक चुप रहने के सवाल पर अन्ना ने कहा कि मैं अब तक चुप था क्योंकि मुझे लगा था कि बड़े बदलाव के लिए समय दिया जाना चाहिए। लेकिन अब मुझे इस समय पर चुप रहने का पछतावा हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का करीब तीन चौथाई समय खत्म हो चुका है। ऐसे में मैं अब आंदोलन के लिए बाध्य हूं। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान से सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका जाएगा। एक बार फिर आंदोलन शुरू करेंगे।