झारखंड सरकार द्वारा सूबे में 5000 सरकारी स्कूलों को बंद करने के प्रस्ताव का राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने विरोध किया है और इस प्रस्ताव के खिलाफ आज राजभवन जाकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंप कर राजद नेताओं ने हस्तक्षेप की मांग की है।
राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं के एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपा। बाद में राजभवन से बाहर निकलने पर पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि झारखंड राज्य साक्षरता दर के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर काफी पीछे है, ऐसी स्थिति में 5000 सरकारी स्कूलों को बंद करने के फरमान से सुदूरवर्ती गांव में रहने वाले छोटे बच्चों को शिक्षा मिलने में परेशानी होगी, इसलिए पार्टी बिना सोचे-समझे जारी किये गये इस फरमान का विरोध करती है।
अन्नपूर्णा देवी ने राज्य में कार्यरत पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सामान काम के लिए सामान वेतन देने का आदेश उच्चतम न्यायालय ने दिया है, इसका कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने लातेहार जिले में भूमि सर्वेक्षण के दौरान हो रही गड़बड़ियों से भी राज्यपाल को अवगत कराया।