हैदराबाद को 2 विकेट से हराया
आईपीएल 11 का कल पहला प्ले ऑफ़ वानखेड़े स्टेडियम पर चेन्नई और हैदराबाद के बीच खेला गया। जिसमें चेन्नई ने हैदराबाद को 2 विकेट से हरा कर फाइनल में पहुंच गई। चेन्नई ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला लिया। बल्लेबाज़ी करने आई हैदराबाद की टीम अपने 20 ओवर में 139 रन ही बना सकी। हैदराबाद की शुरुआत कुछ खास नहीं रहीं उन्होंने जल्द ही अपने ओपनर और मिडिल आर्डर को खो दिया।
हैदराबाद की टीम अपने 10 ओवर में महज़ 4 विकेट खो कर 64 रन ही बना सकी थीं।
इसके बाद हैदराबाद की और से आए वेस्ट इंडीज के खिलाड़ी कार्लोस ब्रेथवेट ने पारी की कमान को संभाला और शनदार पारी खेलते हुए 29 गेदों पर 43 रन (एक चौका और चार छक्के) बनाकर नाबाद रहे। और अपनी टीम को लड़ने के लिए 139 रनों का एक अच्छा स्कोर खड़ा किया। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उत्तरी चेन्नई की टीम की ओपनिंग भी कुछ खास नहीं रहीं पहले ओवर में ही इन फॉर्म बल्लेबाज़ शेन वाट्सन बिना खता खोले पवेलियन लौट गए।
इसके बाद अंबाती रायडू और सुरेश रैना भी सस्ते में निपट गए।
फिर चेन्नई की कमान टीम के कप्तान ने अपने हाथ में ली लेकिन वो भी जल्द ही आउट हो गए लेकिन दूसरी तरफ फाफ डुप्लेसिस क्रिस पर डाटे हुए थे। 15 ओवर के बाद चेन्नई का स्कोर सात विकेट खोकर 92 रन था और शेष पांच ओवर में टीम को 48 रन की जरूरत थी। लेकिन हैदराबाद की और से बोलिंग करने आए ब्रेथवेट के ओवर में डुप्लेसिस ने मैच में रोमांच जगा दिया उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के लगा कर मैच का रुख बदल दिया।
उसके बाद शारदुल ठाकुर ने सिद्धार्थ कौल को 3 चौके जमाते हुए हर किसी को हैरान कर दिया और मैच को पूरा चेन्नई की कब्ज़े में ला दिया। आख़िरी ओवर की पहेली गेंद पर डुप्लेसिस ने छक्का जड़ते हुए टीम को 7 वी बार फाइनल में पहुंचाया। फाफ डुप्लेसिस ने नाबाद 67 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने 5 चौके और 4 छक्के लगाए और मैन ऑफ दी मैच बने। बता दे की चेन्नई की टीम 9 सीजन में से 7 बार फाइनल में प्रवेश कर चुकी हैं।