हैदराबाद -तेंलगाना विस चुनाव में प्रचार चरम पर है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि नरेंद्र मोदी ने ‘ईमानदार प्रधानमंत्री’ बनने के वादे के साथ ही किया गया हर एक वादा तोड़ा है। उन्होंने मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर वनवासियों को नुकसान पहुंचाने के लिए आदिवासी अधिकार कानून को हल्का बनाने का आरोप लगाया| तेलंगाना में छात्र सम्मेलन और तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए गांधी ने घोर पूंजीवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर मोदी और राव पर हमला बोला।
साथ ही उन्होंने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति टीआरएस और उसकी ‘सहयोगी पार्टी’ हैदराबाद के सांसद असदउद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को भाजपा की ‘बी और सी’ टीम बताया। मुख्यमंत्री केसीआर के नाम का दूसरा अर्थ लगाते हुए राहुल गांधी ने उन्हें कथित रूप से ‘खाओ कमीशन राव’ से पुकारा और कहा कि जिन्होंने वादा किया था कि वह राज्य का ‘पुनर्गठन’ करेंगे उसके उलट उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों और ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए सिंचाई परियोजनाओं का स्वरूप बदल दिया जिससे लागत और लोगों पर बोझ बढ़ गया।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी और राव ने ‘कई कई वादे’ किए लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने वादा किया कि हर नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपये आ जायेंगे, हर साल युवाओं के लिए दो करोड़ नौकरियां होगीं, किसान की कर्ज माफी और किसानों की पैदावार का न्यायोचित न्यूनतम समर्थन मूल्य…। उन्होंने यह भी वादा किया था कि वह देश के ‘चौकीदार’ होंगे न कि प्रधानमंत्री।’ गांधी ने हैदराबाद में छात्रों के एक सम्मेलन में कहा, ‘आपने देखा होगा कि उन्होंने हर एक वादा तोड़ दिया है। उन्होंने ईमानदार प्रधानमंत्री होने का वादा भी तोड़ दिया।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने राफेल सौदे में उद्योगपति अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये दे दिये, लेकिन किसानों को उनका हक नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘अगर प्रधानमंत्री 15 लोगों के तीन लाख पचास हजार करोड़ रुपये माफ कर सकते हैं
वह भी देश के सबसे अमीर लोगों के, तो उन्हें भारत के किसानों के कर्ज माफ करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
गांधी ने कहा, मुझे अपने लोगों से झूठ बोलने की आदत नहीं है। मेरी झूठे वादे करने की आदत नहीं है। मैंने कर्नाटक और पंजाब के किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था, और जब हम वहां सत्ता में आए, तो हमने ऐसा ही किया। तेलंगाना के आदिवासी क्षेत्र भूपलपल्ली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य में अनुसूचित जनजाति की आबादी के अनुपात में उनके उम्मीदवारों को सरकारी नौकरियों और सरकारी शैक्षिक संस्थानों में दाखिले में आरक्षण देने का वादा किया।
गांधी ने रैली में कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र में आदिवासी विधेयक को कमजोर किया और केसीआर ने राज्य में इसे हल्का किया।
तेलंगाना में हमारी सरकार के गठन के साथ हम सुनिश्चित करेंगे कि आपको आपकी जमीन वापस मिले। हमने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी इसका जिक्र किया है। उन्होंने कहा, ‘हम भी आरक्षण देंगे जो आपकी आबादी के समानुपातिक होगा।’ अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वनवासी कानून 2006 में पारित किया गया था जब संप्रग सरकार सत्ता में थी। यह कानून वन में रहने वाले समुदायों के अधिकारों से संबंधित है। विपक्ष हमेशा से आरोप लगाता आ रहा है कि मोदी सरकार ने कानून के विभिन्न प्रावधानों को कमजोर किया है। विपक्ष का आरोप है कि कानून को खनन कंपनियों एवं उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कमजोर किया गया।
टिप्पणियां गौरतलब है कि टीआरएस प्रमुख ने कहा था कि अगर वह चुनाव हार गए तो वह घर जाएंगे और आराम करेंगे। इस पर चुटकी लेते हुए गांधी ने कहा, केसीआर निश्चित तौर पर चुनावों के बाद 300 करोड़ रुपये के भव्य बंगले में आराम करेंगे। आप आराम करिए और कांग्रेस पार्टी तेलंगाना के लोगों की मदद से राज्य की आकांक्षाएं और सपने पूरे करेगी। विकाराबाद जिले के पारिगी में एक चुनावी सभा में कांग्रेस अध्यक्ष ने टीआरएस और एआईएमआईएम को भाजपा की “बी और सी”टीम बताया। उन्होंने कहा कि ओवैसी ने भाजपा की जीत को आसान बनाने के लिए असम और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारे। उन्होंने कहा, हम 2019 के आम चुनावों में भाजपा, आरएसएस और नरेंद्र मोदी को हराएंगे। टीआरएस और एआईएमआईएम भाजपा की ही बी और सी टीम है। वहीं अर्मूर में एक अन्य रैली में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह जीएसटी को आसान बनाएगी और बीड़ी उद्योग पर करों का हमदर्दी से अध्ययन करेगी।