World Cup First Match Between Eng vs SA 2019
लंदन – बेन स्टोक्स की अगुआई में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की उपयोगी अर्धशतकीय पारियों तथा जोफ्रा आर्चर की कातिलाना गेंदबाजी से इंग्लैंड ने विश्वकप के पहले मैच में यहां साउथ अफ्रीका को 104 रन से करारी शिकस्त देकर अपने विश्व कप अभियान का प्रभावी श्रीगणेश किया।
इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर आठ विकेट पर 311 रन बनाए।
जेसन रॉय (53 गेंदों पर 56 रन) और जो रूट (59 गेंदों पर 53 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 106 रन जोड़कर इंग्लैंड को शुरुआती झटके से उबारा। इन दोनों के लगातार ओवरों में आउट होने के बाद इयोन मॉर्गन (60 गेंदों पर 57) और स्टोक्स (79 गेंदों पर 89) ने चौथे विकेट के लिए 106 रन की साझेदारी की। ओवल की पिच पर अपेक्षित उछाल नहीं था और ऐसे में बल्लेबाजों के लिए शॉट जमाना आसान नहीं रहा लेकिन आर्चर ने अपनी शॉर्ट पिच गेंदों का अच्छा इस्तेमाल करके साउथ अफ्रीकी खेमे में दहशत फैला दी।
साउथ अफ्रीका की तरफ से क्विंटन डि कॉक (74 गेंदों पर 68) और रोसी वान डर डुसेन (61 गेंदों पर 50) ने अर्धशतक जमाए लेकिन उसकी टीम 39.5 ओवर में 207 रन पर ढेर हो गई। यह विश्व कप में साउथ अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी हार है। आर्चर ने 27 रन देकर तीन विकेट लिए। स्टोक्स ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया और 12 रन देकर दो पुछल्ले बल्लेबाजों को पविलियन भेजा। लियाम प्लंकेट ने भी 37 रन देकर दो विकेट लिए।
आर्चर की तेजी से उठती गेंद पहले हाशिम अमला के हेलमेट से लगी और उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा।
इससे साउथ अफ्रीका की सारी रणनीति गड़बड़ा गयी। आर्चर ने इसके बाद एडेन मार्कराम (11) को अतिरिक्त उछाल वाली गेंद पर स्लिप में कैच कराया और फिर कप्तान फाफ डु प्लेसिस (पांच) को मैच की सबसे शॉर्ट पिच गेंद पर कैच देने के लिए मजबूर किया।
डि कॉक ने एक छोर से रन गति बनाए रखने की भरसक कोशिश की लेकिन 15 रन के अंदर तीन विकेट गिरने से साउथ अफ्रीका के मध्यक्रम की कलई खुल गई। डि कॉक और वान डर डुसेन ने तीसरे विकेट लिए 85 रन जोड़े। डि कॉक हालांकि अपने करियर का 22वां अर्धशतक पूरा करने के बाद सीमा रेखा पर कैच दे बैठे। जेपी डुमिनी (आठ) और ड्वेन प्रिटोरियस (एक) के जल्दी जल्दी पविलियन लौटने से इंग्लैंड ने मैच पर शिकंजा कस दिया। डुसेन ने इसके बाद अपना पांचवां अर्धशतक पूरा किया लेकिन आर्चर ने 32वें ओवर में वापसी करके उनकी संघर्षपूर्ण पारी का अंत कर दिया। अमला ने छह विकेट गिरने के बाद क्रीज पर कदम रखा लेकिन उनका साथ देने के लिये पुछल्ले बल्लेबाज थे।
स्टोक्स ने मिडविकेट पर एक हाथ से बेहतरीन कैच लेकर फेलुकवायो (24) की पारी का अंत किया। लियाम प्लंकेट ने अमला (13) को आउट कर दक्षिण अफ्रीका की हार का अंतर कम करने की उम्मीदें भी पूरी नहीं होने दी।
इससे पहले लेग स्पिनर इमरान ताहिर किसी भी विश्व कप में पहला ओवर करने वाले पहले स्पिनर बने। उन्होंने 66 रन देकर दो विकेट लिए।
उनके अलावा लुंगी एनगिडी (66 रन देकर तीन), कैगिसो रबाडा (66 रन देकर दो) और एंडिल फेलुकवायो (44 रन देकर एक) ने भी विकेट लिए। ताहिर ने अपनी दूसरी गेंद पर ही खतरनाक जॉनी बेयरस्टो को ‘गोल्डन डक’ बनाकर फाफ डु प्लेसिस का फैसला सही साबित किया। ताहिर की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक के दस्तानों में समा गई थी।
डेल स्टेन की अनुपस्थिति में साउथ अफ्रीकी आक्रमण के अगुआ रबाडा ने सातवें ओवर में गेंद संभाली तो रॉय ने चौके से उनका स्वागत किया।
रॉय और रूट ने इंग्लैंड को 17वें ओवर में तिहरे अंक में पहुंचाया। रॉय ने इसके तुरंत बाद वनडे में अपना 15वां अर्धशतक पूरा किया। पिछली छह पारियों में यह पांचवां अवसर है जबकि वह 50 से अधिक रन बनाने में सफल रहे। तेज गेंदबाज प्रिटोरियस के इसी ओवर में रूट ने भी अपना 31वां अर्धशतक पूरा किया लेकिन अगले दो ओवर के बाद ये दोनों पविलियन में विराजमान थे।
फेलुकवायो ने रॉय को आसान कैच देने के लिए मजबूर किया और खतरनाक दिख रही यह साझेदारी तोड़ी। रबाडा के अगले ओवर में रूट ने भी बैकवर्ड पॉइंट पर शॉट खेलकर अपना विकेट इनाम में दिया। रॉय ने आठ और रूट ने पांच चौके लगाए। स्टोक्स ने जमने में थोड़ा समय लिया लेकिन मोर्गन ने लु्ंगी एनगिडी पर लगातार दो छक्के जड़कर वनडे में अपने 7000 रन भी पूरे किए।
इसके बाद उन्होंने ऑफ स्पिनर मार्करम की गेंद भी छह रन के लिए भेजी और कुछ देर बाद अपना 46वां अर्धशतक पूरा करने में सफल रहे। स्टोक्स ने भी जल्दी लय पकड़ ली। उन्होंने प्रिटोरियस के एक ओवर में तीन चौके जमाकर अपना 16वां वनडे अर्धशतक पूरा करने के साथ ही सही समय पर फार्म में वापसी की। विश्व कप में यह पहला अवसर है जबकि इंग्लैंड के चार बल्लेबाजों ने 50 से अधिक का स्कोर बनाया। मोर्गन को ताहिर ने लॉन्ग ऑन पर कैच कराया। उन्होंने चार चौके और तीन छक्के लगाए। एनगिडी ने जोस बटलर (18) और मोईन अली (तीन) को नहीं टिकने दिया। डेथ ओवरों की जिम्मेदारी स्टोक्स पर थी लेकिन वह भी रन गति तेज नहीं कर पाए। एनगिडी ने उन्हें बैकवर्ड पॉइंट पर कैच कराकर अपना तीसरा विकेट लिया। स्टोक्स ने अपनी पारी में नौ चौके लगाए।