भोपाल – मिलावटखोरों की अब खैर नहीं है उन्हे अब छोड़ा नहीं जाएगा।
यब बात मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट मंदसौर में प्रशासन और खाद्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में कही। यहां पर मिले 6 क्विंटल दूषित मावे को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने मिलावटखोरों को सीधी चेतावनी दी है।
मंत्री तुलसी सिलावट ने मिलावटखोरों को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि, ‘मिलावटखोर मध्य प्रदेश को छोड़ दें, वरना मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार किसी को नहीं बख्शेगी और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।’ मध्य प्रदेश के कई इलाकों में डेयरी और खाद्य प्रोडक्ट्स में चल रहे मिलावट के धंधे पर निशाना साधते हुए मंत्री तुलसी सिलावट ने मिलावटखोरों की जानकारी देने वालों को 11 हजार का नकद ईनाम देने की घोषणा भी की है।
साथ ही उन्होंने मिलावट करने वालों की जानकारी देने वालों का नाम गुप्त रखने का भी आश्वासन दिया है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर को निर्देश भी दे दिए हैं।
वहीं उन्होंने अधिकारियों को भी कड़ी चेतावनी दी है कि अगर किसी भी अफसर का नाम खाने में मिलावट करने वाले व्यापारियों से सांठ-गांठ करने के मामले में सामने आया तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने यह सब बातें उस दौरान कहीं जब वह इंदौर के पीसी सेठी अस्पताल से दौरे पर पहुंचे थे। यहां पहुंचने पर स्वास्थ्य मंत्री ने, अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और इमरजेंसी सेवाओं एसएनसीयू और पीआईसीयू का शुभारंभ किया।
इस दौरान उनके साथ हेल्थ कमिश्नर नीतेश व्यास भी मौजूद रहे। बता दें बीते गुरुवार को मंदसौर में प्रशासन और खाद्य विभाग कि संयुक्त कार्रवाई में 600 किलो दूषित मावा जब्त किया गया था, जिसे शुक्रवार की सुबह नष्ट किया गया। मिली जानकारी के मुताबिक जो मावा जब्त किया गया था वह करीब 4 से 5 महीने पुराना था। ऐसे में खाद्य विभाग ने आशंका जाहिर की है कि इस मावे का इस्तेमाल राखी के त्योहार के दौरान मिठाई बनाने के लिए किया जाना था।