भोपाल -मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिसरोद से बैरागढ़ तक के 24 किलोमीटर लंबे बस रैपिड ट्रांजैक्शन सिस्टम बीआरटीएस के डेडीकेटेड कॉरिडोर में 9 करोड़ रुपए की लागत से सड़कों की सुधारने का काम हुआ था|
किंतु काम के नाम पर गड्ढों में मिट्टी भरकर कागजों में 9 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए।
पहली बारिश में ही इसकी कलई खुल गई। बीआरटीएस के कॉरीडोर में इस समय बड़े-बड़े गड्ढे हैं। रोजाना इन्हीं सड़कों से जब बसें गुजरती हैं। बड़े-बड़े गड्ढे के कारण यात्रियों को हिचकोले खाते हुए यात्रा करनी पड़ती है।
उल्लेखनीय है कि 27 अप्रैल 2018 को भोपाल के महापौर आलोक शर्मा ने 9 करोड़ रुपए की लागत से बीआरटीएस कॉरिडोर के लिए भूमि पूजन किया था। इस रोड पर 9 करोड़ों रुपए पिछले साल ही खर्च हुए हैं। 9 करोड़ रुपए के इस फर्जीवाड़े की कलई इस बारिश ने खोल दी है, उल्लेखनीय है कि इस मामले में सरकार क्या कार्रवाई करती है।