भोपाल में किल कोरोना अभियान के अंतर्गत 2 दिनो में एक लाख 84 हजार से अधिक लोगों का सर्वे किया गया।
1 जुलाई से भोपाल में सभी लोगों का सर्वे अभियान शुरू किया गया है। विगत 2 दिनों में 4 जुलाई
और 5 जुलाई को गैस प्रभावित क्षेत्रों के सभी वार्डो में महा सर्वे अभियान चलाया गया। इस महा
सर्वे अभियान के अंतर्गत 1 लाख 84 हजार से अधिक लोगों का सर्वे किया गया जिसमें से 1557
लोगों के कोविड सैंपल भी लिए गए।
कलेक्टर अविनाश लवानिया के नेतृत्व में इस(Kill Corona campaign)अभियान को भोपाल में गैस प्रभावित क्षेत्रों के लोग हाई रिस्क जोन में है इन लोगों को कोविड-19 संक्रमण से बचाने के लिए यह अभियान चलाया गया, विगत 2 दिनों में 38 हजार से अधिक घरों में सर्वे किया गया जिनमें 1557 संदिग्ध पाए गए। इन सभी के कोविड सैंपल लिए गए हैं।
इसी के साथ भोपाल में इन क्षेत्रों में डेंगू , मलेरिया के मरीजों की जांच की गई और मलेरिया की
जांच की तत्काल किट से कराई गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री तिवारी ने बताया कि जिला
प्रशासन द्वारा गैस प्रभावित क्षेत्रों में डेंगू लार्वा की जांच की गई। इसी के साथ इन सभी बस्तियों
कॉलोनी और मोहल्लों में सैनिटाइजेशन भी किया गया। इसके साथ मच्छरों के निपटने के लिए
शाम को फागिंग भी की गई है।
नगर निगम के दलों द्वारा पानी भराव क्षेत्रों में पानी निकासी की कार्रवाई की गई। बड़े जल भराव वाले क्षेत्रों में दवाई का छिड़काव किया गया। भोपाल में कील कोरोना अभियान 15 जुलाई तक चलाया जाएगा जिसमें जिले के सभी लोगों का डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा। सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग की जावेगी और आवश्यकता होने पर उनकी सैंपलिंग की कार्रवाई भी की जाएगी।