चीन की सेना के गलवान घाटी से पीछे हटने के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा है कि पीएम मोदी अपने पुराने बयान पर माफी मांगे, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन हमारी सीमा के भीतर नहीं घुसा।
ज्ञात रहे कि चीन ने आधिकारिक बयान जारी करके कबूल किया है कि भारत के साथ बढ़ते तनाव को कम करने के लिए उसने अपनी सेना को पीछे हटाने का फैसला किया है। जिस पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 को लेकर दोनों देशों की सेना आमने-सामने थी, वहां से दोनों के जवान कुछ किलोमीटर पीछे खिसक चुके हैं। इस मामले में कांग्रेस का कहना है कि पीएम पिछले बयान पर माफी मांगे और खुद प्रधानमंत्री या रक्षामंत्री देश की जनता के सामने आकर इस स्थिति को साफ करें कि अभी लद्दाख में क्या स्थिति है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा यहीं पर नहीं रूके। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने ये भी कहा कि ‘पीएम मोदी को
इस मौके का फायदा उठाना चाहिए राष्ट्र को संबोधित करना चाहिए, देश को विश्वास में लेना
चाहिए, देश से माफी मांगनी चाहिए कहें कि हां मुझसे गलती हो गई। मैंने आपको गुमराह किया
या वो कोई दूसरे शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं कि अपने आकलन में मैं गलत था। ‘
दरअसल पूर्वी लद्दाख इलाके में स्थित गलवान घाटी में बीती 5 मई से ही दोनों देशों के बीच
गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी। 15 जून को दोनों देशों के जवानों के बीच खूनी संघर्ष हो गया और
इस संघर्ष में दोनों ही देशों के नुकसान हुआ। उसके बाद पीएम मोदी ने बयान दिया था। अब
कांग्रेस पीएम मोदी से उनके पुराने बयान के लिए माफी मांगने को कहा है, जिसमें उन्होंने कहा था
कि न तो कोई भारतीय इलाके में आया है और न ही किसी ने भारतीय सेना के किसी पोस्ट को
कब्जा ही किया है।
चीन के साथ भारत ने कई बार कमांडर स्तर की बातचीत की लेकिन चीन मानने को तैयार नहीं था।
हालांकि भारत भी अपनी बात पर अडिग रहा और किसी भी स्तर पर समझौता करने को तैयार नहीं है। भारत के शीर्ष नेतृत्व और सेना की ओर से संदेश साफ था कि भारत एक इंच जमीन पर भी समझौता नहीं करेगा। ऐसे में चीन का मकसद कामयाब होता नहीं दिखा और अंत में उसे अपने नापाक मंसूबे को छोड़ना ही पड़ा।