आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि देश के किसान अपनी फसल की कीमत और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार उनके साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार कर रही है।
श्री सिंह ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आजादी के लिए मर मिटने वाले पंजाब के लोगों को आतंकवादी कह कर अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल सरकार पूरी तरह किसानों के साथ है, हम दिल्ली में किसानों का स्वागत करते हैं। एक तरफ किसान का बेटा देश की सीमा पर और किसान आंदोलन में शहीद हो रहा है, दूसरी तरफ देश के गृहमंत्री हैदराबाद की सैर कर रहे हैं और उनके पास किसानों से बात करने का समय नहीं है।
आजादी के बाद ऐसा गैर जिम्मेदार, असंवेदनशील और किसानों की समस्याओं से बेपरवाह गृहमंत्री देश को पहली बार अमित शाह के रूप में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इन कानूनों की तारीफ करने से साफ है कि केंद्र की मोदी सरकार और गृहमंत्री की मंशा किसानों की समस्याओं का समाधान करने की नहीं है।
आप नेता ने कहा कि इस वक्त देश का लाखों किसान आंदोलनरत है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश का किसान लाखों की संख्या में दिल्ली की सीमा पर बैठा हुआ है, और इस बात का इंतजार कर रहा है कि केंद्र सरकार उनसे बातचीत करेगी, उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। एक काला कानून जो केंद्र सरकार द्वारा जबरन पास किया गया है, उसको वापस लिया जाए। किसानों का गुनाह यह है कि वह अपनी फसल का डेढ़ गुना दाम मांग रहे हैं, उनका गुनाह यह है कि वह स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू कराना चाहते हैं।
उन्होंने ने कहा कि इतनी दुश्वारियां झेलने के बाद जब वह लोग दिल्ली की सीमा पर पहुंच गए तो कल देश के गृहमंत्री प्रकट हो गए।
प्रकट होना इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि यह लोग उस वक्त गहरी नींद सो रहे थे, जब किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे थे। वह कुंभकरणी नींद सो रहे थे, आंखों पर पट्टी बांध रखी थी। उनको किसानों की पीड़ा दिखाई नहीं दे रही थी। कल अमित शाह प्रकट हुए और उन्होंने कहा, आप बुराड़ी ग्राउंड में बैठ जाइए, तब हम आपसे बात करेंगे। इतनी असंवेदनशीलता, इतनी शर्तें, इतना अहंकार।
उन्होंने कहा, आपकी सरकार को कौन निलंबित करेगा? उन्होंने तो सदन में सिर्फ माइक ही तोड़ा था।
आप तो किसानों की हड्डियां तुड़वा रहे हैं। किसान को गुंडा और आतंकवादी कह रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के मंत्री किसानों का गुंडा कहते है। यह लोग देश के अन्नदाता को आतंकवादी कहते हैं। अपने देश के अन्नदाता को गुंडा कहते हैं। सरदार भगत सिंह और शहीद उधम सिंह के वंशजों को आतंकवादी कहकर संबोधित करते हैं।
उन लोगों को आतंकवादी कहते हैं,
जिनका बेटा देश की सीमा पर भारत माता की रक्षा के लिए शहीद हो रहा है। इन सब चीजों से बेपरवाह होकर देश के गृहमंत्री अमित शाह निगम के चुनाव का प्रचार कर रहे हैं। निगम के चुनाव इनके लिए इतने महत्वपूर्ण हो गए हैं। इनके लिए किसान की पीड़ा महत्वपूर्ण नहीं, किसान के मुद्दे महत्वपूर्ण नहीं, किसान की समस्याएं महत्वपूर्ण नहीं।