Heavy Rainfall Alert – मॉनसूनी बारिश का सिलसिला थम जाने के बाद एक बार फिर मानसून की नज़र मध्यप्रदेश पर पड़ चुकी हैं।
करीब 12 दिनों से थमा बारिश का सिलसिला अब ख़त्म हो सकता हैं। मौसम विभाग की माने तो एक बार फिर मानसून पूरे मध्य प्रदेश पर मेहरबान हो सकता हैं। अगले 24 घंटों में प्रदेश के 28 जिलों में मौसम विभाग भारी बारिश की चेतावनी दे चूका हैं। वहीं भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद एवं हरदा जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। बता दे की मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की हैं। जिसमें भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद एवं हरदा जिलों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई हैं। इसके अलावा रीवा, सतना, सिंगरौली, सीधी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, उमरिया, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल एवं अशोकनगर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
गरज-चमक के साथ पड़ सकती हैं बौछारे
ग्वालियर, चंबल, इंदौर और उज्जैन संभाग के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है।
यहां हुई इतनी बारिश
जबलपुर 36.0, रायसेन 27.0, सागर 27.0, होशंगाबाद 24.0, भोपाल 18.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
भारी बारिश की वजह
मौसम विभाग के मुताबिक एक अति कम दबाव का क्षेत्र उत्तर छत्तीसगढ़ एवं उससे लगे पूर्वी मध्य प्रदेश में बना हुआ है। साथ ही साथ हवा के ऊपरी हिस्से में 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका है। मौसम विभाग का कहना हैं की मानसून द्रोणिका बनी हुई है। बीकानेर, चूरू, झांसी, उमरिया, अतिकम दबाव के क्षेत्र के मध्य भाग से, गोपालपुर, से बंगाल की खाड़ी तक असर कर रही है। वहीं दक्षिण पूर्व राजस्थान एवं उससे लगे भाग में हवा के ऊपरी हिस्से में 1.5 एवं 3.6 किलोमीटर के बीच चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है।