Success Story of Pawan Singh, बात है बीस के दशक के शुरुआत की, पवन सिंह (Pawan Singh) की उम्र उस वक्त रही होगी, तकरीबन 16 साल, पवन सिंह की संगीत में रुचि देख कर, उनके चाचा अजीत सिंह उन्हें अपने साथ स्टेज शो में ले जाया करते थे.और एक दो गाना गाने का पवन को मौका मिल जाता था.
भोजपुरी स्टार पवन सिंह की सफलता की कहानी
एक बार एक मंदिर में संगीत का प्रोग्राम था, हमेशा की तरह चाचा के साथ पवन सिंह भी वहां पहुंचे, कई बड़े सिंगर प्रोग्राम का हिस्सा थे, एक लिए दो चार सिंगर के गाने के बाद लोगों ने सोचा पहले बड़े बच्चे से एक दो गाना गवा लेते है फिर बड़े सिंगर महफिल जमाएंगे।
पवन ने गाना शुरू किया, लेकिन उसके गाने ने ऐसा जादू चलाया की पब्लिक झूम उठी। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा, भीड़ में सामने महिलाओं का जमवाड़ा था, पवन ने जैसे गाना खत्म किया, महिलाएं दुबारा वही गाना गाने की मांग करने लगी, उनकी मांग को देखते हुए आयोजको ने एक बार और गाना गाने की अनुमति दे दी।
दुबारा जैसे ही गाना खत्म हुआ, पब्लिक फिर से गाने की मांग करने लगी, पवन ने तीसरी बार गाना सुनाया, लेकिन ये सिलसिला खत्म नहीं हुआ, पब्लिक डिमांड करती रही और पवन सिंह गाते रहे, नतीजा ये हुआ जो बड़े सिंगर थे, उनका नंबर ही नही आया और पवन पब्लिक को सारी रात गाना सुनाते रहे।
इस घटना के दौरान वहां एक दुकानदार मौजूद था, जो ऑडियो कैसे में गाने भर कर भेजता था, उसने पवन का वो गाना रिकार्ड कर लिया था, और ना तो पवन को और ना ही उनके चाचा को इस बात की भनक लगी थी।
अब दुकानदार के पास जो भी गाने का ऑडियो भरवाने आता था वो दुकानदार पवन वाला गाना अपनी तरफ से डाल दिया करता था।
कुछ दिनों में ही ये गाना इतना पापुलर हो गया की दुकानदार के पास वही गाना भरवाने लोग दूर दूर से आने लगे। हालत ऐसे हो गए की दुकान पर लंबी लाइन लगने लगी और दुकानदार के पास इतना वक्त नहीं होता था की तुरंत भर के हाथों हाथ थमा दे। उसने एक दो हफ्ते का वक्त लेना शुरू कर दिया, और इधर ना पवन सिंह को इस बात की खबर थी कि उसका गाना वायरल हो गया है, और ना ही उसके चाचा को।
नतीजा ये हुआ कि लोगों ने पता लगाया ये गाना किसने गया है, तो पता चला की पवन नाम का एक लड़का है, जो आरा के जोकहरी गांव का रहने वाला है, और अजीत सिंह का भतीजा है, अब अचानक लोग अजीत सिंह को ढूंढते हुए जोकहरी पहुंचने लगे की हमको अपने वहा पवन का प्रोग्राम कराना है, अजीत सिंह को खुशी तो बहुत हुई की उनके भतीजे का डिमांड बढ़ रहा है, लेकिन उन्हें ताज्जुब इस बात का था की अचानक ऐसा क्या करिश्मा हुआ है?
जब अजीत सिंह ने पता किया तो दुकानदार वाली पूरी कहानी उनके सामने आई, पवन सिंह 15 साल की उम्र में स्टेज के स्टार बन गए, फिर लोगों ने अजीत सिंह को समझाया की पवन का एल्बम आना चाहिए तो अजीत सिंह पवन को ले कर दिल्ली गए और गाना रिकार्ड किया। और एल्बम रिलीज हुआ, “ओढनिया वाली”। ये गाना इतना मशहूर हुआ ही पूरा देश पवन के सुरीली आवाज का दीवाना हो गया। और फिर उनके गीत “लॉलीपॉप” ने पवन को पूरी दुनियां में मशहूर कर दिया।
पवन सिंह के ऐसे दर्जनों किस्से है, जिनसे पता चलता है की पवन सिंह के ऊपर ईश्वरीय कृपा हमेशा से रही है। यही वजह है की पवन सिंह जितने विवादो में घिरते है, वो उनके लिए वरदान बन जाता है, और उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ जाती है। जैसे हिंदी फिल्मों में सलमान खान के साथ होता है।
~ जावेद अहमद