भारतीय संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की आज 14 अप्रैल को जयंती है।
डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर का नाम बाबासाहब आंबेडकर नाम से लोकप्रिय है। बाबासाहेब को भारत के संविधान के वास्तुकार के रूप में भी जाना जाता है। डॉक्टर आंबेडकर अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे। उन्होंने छुआ-छूत और जातिवाद को खत्म करने के लिए कई आंदोलन भी किए। बाबासाहेब ने अपना पूरा जीवन समाज के पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।
बाबासाहब आंबेडकर की जयंती के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाबा साहेब को नमन करते हुए लिखा कि संविधान के मुख्य वास्तुकार डॉ. आंबेडकर ने आधुनिक भारत के लिए जीवनभर संघर्ष किया, महिलाओं और कमजोर वर्गों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबासाहेब को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को उनकी जयंती पर सादर नमन। जय भीम!’
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बाबा साहेब की जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि दी।
अमित शाह ने लिखा, ‘बाबासाहेब आम्बेडकर जी के विचार और उनका व्यक्तित्व हम सबके लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने जीवन पर्यन्त सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया और उनका यह संघर्ष सामाजिक समरसता के लिए था। बाबासाहेब ने एक सर्वसमावेशी संविधान दिया जिससे हर वर्ग का कल्याण सम्भव हो, उनको कोटि-कोटि नमन’।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
मायावती ने कहा, ‘एक व्यक्ति-एक वोट और हर वोट का एक समान मूल्य का अमूल्य संवैधानिक अधिकार देकर बाबा साहेब ने सदियों से शोषित-पीडि़त दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों आदि को अपना कल्याण स्वंय करने के लिए सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करने का आह्वान किया, जिसे हमें पूरा करना है।