Bhopal News – शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने निवास से महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस अफसरों के सम्मान समारोह में बोले – हम बेटियों को देवी के रूप में पूजते हैं।
बेटियां भगवान का दिया हुआ अमूल्य उपहार हैं। ऐसी घटनाएं समाज को हिलाकर रख देती हैं। जब भी दुष्कर्म की घटनाएं होती हैं, मैं बेचैन हो जाता हूं। मासूम बच्चों के साथ गलत होने पर केवल मौत की सजा ही सही है। इस बात का संतोष है कि हम रिकॉर्ड समय में अपराधी को सजा दिला सके। उन्होंने कहा कि समाज मे संस्कार डालने का काम करें, लेकिन उन दरिंदों में भी खौफ होना चाहिए, जो बच्चियों के साथ दुराचार करने की सोचे।
सीएम शिवराज ने कहां की दरिंदों के लिए मानवाधिकार का कोई मतलब नहीं है। मानवाधिकार तो मानव के लिए है, पिशाचों के लिए नहीं।
दुराचार के आरोपियों को फांसी की सजा के लिए मैंने देश के मुख्य न्यायाधीश से निवेदन किया था कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी फास्ट ट्रैक कोर्ट की व्यवस्था की जाए। इस के बाद सीएम ने आगे पुलिस की तारीफ करते हुए कहां की आपराधियो को सजा दिलाने में पुलिस की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा में अनुकरणीय दायित्व निर्वहन हेतु विवेचक, पर्यवेक्षक, लोक अभियोजक एवं वैज्ञानिक सहायता प्रदान करने वाले ग्वालियर इंदौर, धार, सागर, शहडोल, मंदसौर, दमोह, सतना के अधिकारियों को सम्मानित किया।
वहीँ दूसरी तरफ पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने में सीसीटीवी फुटेज और डीएनए रिपोर्ट का बहुत बड़ा योगदान रहा है। बड़ी संख्या में अपराधियों को पकड़ने में बड़ा योगदान तकनीक का है। 51 जिलों में लगे 10 हजार सीसीटीवी कैमरो ने भी अहम भूमिका निभाई है।