बिहार में हाल ही में हुई एक बड़ी विवादित घटना ने राजनीति सियासत गरमाई है। दरअसल, दरभंगा में कांग्रेस और आरजेडी के द्वारा ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को अपमानजनक शब्द कहे। इस घटना पर विदेश यात्रा से लौटने के बाद आज प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
पीएम मोदी ने जाहिर की अपनी पीड़ा
आज मंगलवार के दिन पीएम मोदी ने बिहार में जीविका दीदियों को संबोधित करते अपनी पीड़ा देशवासियों के सामने जाहिर की। उन्होंने कहा, “मां ही तो हमारा संसार होती है, मां ही हमारा स्वाभिमान होती है। बिहार जैसी समृद्ध परंपरा वाली धरती पर मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि किसी मंच से मेरी मां को गालियां दी जाएंगी। यह अपमान केवल मेरी मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां, बहन और बेटी का है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह घटना उन्हें व्यक्तिगत तौर पर ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार की जनता को भी गहराई से आहत कर गई है। आगे उन्होंने कहा, जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ बिहार की हर मां और हर परिवार को भी हुई है। यह insult किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे समाज की गरिमा का है।”

4 सितम्बर तक बिहार बंद का ऐलान
बीजेपी और एनडीए ने विपक्ष के द्वारा अपमानजनक शब्द को लेकर गुरुवार 4 सितम्बर को बिहार बंद का ऐलान किया है। बिहार बंद सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहने की संभावना जताई गई है। इस फैसले के जरिये जनता को यह संदेश मिलेगा कि कोई भी मां-बहनों के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा और न ही इसे किसी भी प्रस्थिति में बर्दाश्त किया जाएगा।
कांग्रेस और आरजेडी पर कड़ा हमला
भारतीय जनता पार्टी ने अपमानजनक शब्द कहे जाने को लेकर कांग्रेस और आरजेडी पर कड़ा हमला बोला है और कहा है कि यह केवल राजनीतिक असहमति नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और संस्कारों पर एक गहरा हमला भी है। विपक्ष के द्वारा किए गए इस बायन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में गुस्सा साफ दिख रहा है।
देखा जाए तो लोगों को यह चुभ रहा है कि जिनकी जुबान से गाली निकली, उनके खिलाफ कांग्रेस नेतृत्व ने न तो कोई कार्रवाई की और न ही माफी मांगी। इसके उलट पार्टी प्रवक्ता इसे लेकर भाजपा पर ही उलटा आरोप लगाने में जुटे हैं।
कांग्रेस मानती है कि कुर्सी खानदान की विरासत
प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारत की संस्कृति हमेशा मां का सर्वोच्च स्थान है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने हमेशा मातृशक्ति का सम्मान किया है, ऐसे में इस तरह की भाषा सुनकर हर भारतीय का सिर झुक गया है।
पीएम मोदी यह भी कहा कि एक गरीब मां की तपस्या उसके बेटे की पीड़ा ये शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज नहीं समझ सकते। ये नामदार लोग तो सोने-चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। वो तो यहीं मानते हैं देश और बिहार की सत्ता इन्हें अपने खानदान की विरासत लगती है। इन्हें लगता है कुर्सी इन्हें ही मिलनी चाहिए।



