Bima Sakhi Scheme: भारत हमेशा ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए समय-समय पर कई तरह की बेहतरीन स्कीम को लाती रहती है। इसी क्रम में सरकार ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में बीमा योजनाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत की है। सरकार की इस खास योजना का मुख्य उद्देश्य गांव-गांव तक बीमा योजनाओं की जानकारी पहुंचाना और आम लोगों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा उपलब्ध करवाना है।
इस योजना को लेकर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि यह ‘बीमा सखी योजना’ 2047 तक सभी के लिए ‘बीमा मिशन’ का हिस्सा है। इस मिशन के तहत देशभर में स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जो सरकार के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर ‘बीमा सखी’ के रूप में नियुक्त होगी। शिवराज सिंह ने यह भी बताया कि 15 अगस्त 2025 तक दो करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनेंगी।
बीमा सखी क्या करेंगी?
बीमा सखियों के द्वारा गांवों में लोगों को बीमा के प्रति जागरूक करेंगी और उन्हें सही बीमा योजना चुनने, पॉलिसी खरीदने और क्लेम के समय सहायता उपलब्ध करवाने में मदद करेंगी। सरकार की इस पहले से लोगों को न केवल बीमा सुरक्षा मिलेगी बल्कि बीमा से जुड़ी हर एक जानकारी समझने में आसानी होगी।
महिलाओं को मिलेगा नया रोजगार
भारत सरकार की इस खास योजना के ज़रिए ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेगा। बीमा सखी बनकर महिलाएं उद्यमिता की ओर तेजी से बढ़ रही है और आय के नए स्रोत मिल रहे है। इससे सरकार के ‘लखपति दीदी मिशन’ को भी मजबूती मिलेगी।
आपदा में लाभकारी
‘बीमा सखी योजना’ महिलाओं के लिए आपदा की स्थिति में वरदान साबित हो सकती है। यह योजना ग्रामीण परिवारों को वित्तीय संकट से ऊभारने के लिए खासतौर पर काफी अच्छी है। यह योजना जनधन, जन सुरक्षा, डिजिटल इंडिया और महिला कौशल विकास जैसी स्कीमों के साथ महिलाओं का भविष्य उजाकर करती है।
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