कैबिनेट बैठक में दो बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार की तरफ से जिन प्रोजेक्ट को पास किया गया है, वह दोनों ही प्रोजेक्ट देश की आर्थिक और यातायात ढांचे को मजबूत बनाने में मदद करेगी।
6 लेन रिंग रोड को मंजूरी
ओडिशा के कटक और भुवनेश्वर शहर की यातायात को आसान व सुविधाजनक बनाने के लिए भारत सरकार ने 6 लेन की रिंग रोड परियोजना को कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना की लंबाई करीब 110.875 किलोमीटर तक होगी और इसमें कुल लागत 8,307.74 करोड़ रुपये तक आ सकती है। अभी तक का यह देश के सबसे बड़े रोड प्रोजेक्ट में से एक साबित हो सकता है।
इस रिंग रोड को बनने में लगेगा इतना समय
इस रोड प्रोजेक्ट को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नेशनल हाईवे-16 के कारण भुवनेश्वर और कटक पर अक्सर भारी ट्रैफिक बना रहता है। इस रिंग रोड के बनने के बाद आम जनता को ट्रैफिक के बोझ से राहत मिलेगी और साथ ही आवागमन की सुविधा भी तेजी से बढ़ेगी। अनुमान है कि इस कार्य से व्यापार और उद्योग क्षेत्र को भी अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होगा। फिलहाल अनुमान लगाया जा रहा है कि इस परियोजना के तैयार होने में लगभग 2.5 साल का समय लग सकता है।
राजस्थान में बनेगा नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट
राजस्थान में कोटा-बूंदी क्षेत्र के लिए एक नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने को लेकर भी भारत सरकार ने कैबिनेट में मंजूरी दी है। नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने में करीब 1,507 करोड़ रुपये तक खर्च किए जाएंगे। इस एयरपोर्ट में 3,200 मीटर लंबी रनवे को तैयार किया जाएगा और एयरपोर्ट 1,089 एकड़ भूमि तक फैला हो सकता है।
20 लाख यात्रियों का आवागमन
राजस्थान में यह खास एयरपोर्ट बनने के बाद सालाना करीब 20 लाख यात्रियों का आवागमन होगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत में साल 2014 से 2024 तक ऑपरेशनल एयरपोर्ट की संख्या 74 से बढ़कर 162 हो गई है। इस एयरपोर्ट को अच्छे से बनाने के लिए जमीन की पहचान पहले ही कर ली गई है।
ऐसे में ये दो ही प्रोजेक्ट देश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में मील का पत्थर साबित होंगे और आर्थिक गतिविधियों को तेजी मिलेगी।
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