संसद में चल रही ऑपरेशन सिंदूर की बहस में कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। हालांकि, पार्टी खुद अंदरूनी मतभेदों से परेशान दिख रही है। वहीं, शशि थरूर और मनीष तिवारी की चुप्पी ने इन बहसों की दिशा ही बदल दी है।
थरूर की चुप्पी और तिवारी की पोस्ट ने मचाया बवाल
दूसरी तरफ, मनीष तिवारी ने सोशल मीडिया पर 1970 की फिल्म ‘पूरब और पश्चिम’ का गाना पोस्ट किया —
“भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं”
इस पंक्ति ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। इसके अलावा, उन्होंने एक स्क्रीनशॉट भी साझा किया जिसमें बताया गया था कि वह और थरूर बहस में क्यों नहीं बोल रहे।
विदेश गए, बहस में नदारद
इसी बीच, यह सवाल भी उठने लगे हैं कि थरूर, तिवारी और अमर सिंह विदेश दौरे से लौटने के बावजूद बोलने वालों की लिस्ट में क्यों नहीं हैं ?
इसके अलावा, आनंद शर्मा और सलमान खुर्शिद जैसे अनुभवी नेता भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे,लेकिन वे मौजूदा सांसद नहीं हैं।
Operation Sindoor संबंधित सरकारी प्रेस रिलीज़
इसमें ऑपरेशन के उद्देश्य, कार्यान्वयन और सैन्य कार्रवाई की आधिकारिक जानकारी होती है।
(PIB लिंक: PRID 2128748 के तहत)
थरूर के बयान से फिर गरमाई सियासत
थरूर ने हाल ही में कहा था कि “उनकी पहली वफादारी देश के प्रति है। “यह बयान कांग्रेस नेतृत्व से उनके मतभेदों को और गहरा करता है। उन्होंने यह भी कहा कि “पार्टियां देश को बेहतर बनाने का माध्यम होती हैं, मकसद देशहित होना चाहिए।”
बीजेपी को मिला नया मुद्दा
इस तरह के घटनाक्रम ने बीजेपी को विपक्ष पर निशाना साधने का मौका दे दिया।
बीजेपी नेता बैजयंत जय पांडा ने कहा,
“शशि थरूर जैसे शानदार वक्ता को उनकी ही पार्टी बोलने नहीं दे रही।”
निष्कर्ष
कांग्रेस एक तरफ जहां सरकार को ऑपरेशन सिंदूर पर घेरना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसके अंदरूनी मतभेद पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।