मध्य प्रदेश में साइबर अपराध के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। राज्य में पिछले कुछ सालों में साइबर ठगों ने 1054 करोड़ रुपये की ठगी की है, लेकिन पुलिस केवल 1 करोड़ 94 लाख रुपये ही वापस करा सकी। यह चौंकाने वाला खुलासा मध्य प्रदेश गृह विभाग ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में किया गया है।
साइबर फ्रॉड के मामले
गृह विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में साइबर फ्रॉड के मामले हर साल बढ़ते जा रहे हैं।
- साल 2021 में 1131 मामले दर्ज हुए।
- साल 2022 में यह संख्या बढ़कर 1140 हो गए।
- साल 2023 में 1094 के मामले दर्ज हुए।
- साल 2024 में 1193 मामले सामने आए हैं।
- 2025 में 15 जुलाई तक 579 मामले दर्ज हो चुके हैं।
MP में हर दिन करोड़ों की ऑनलाइन ठगी
विपक्ष का भाजपा सरकार पर हमला
राघौगढ़ से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा है कि “प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया की बात करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए पुलिस के पास प्रयाप्त संसाधन कमी है और साथ ही आज की आधुनिक तकनीक की भी कमी है। प्रदेश में हुऊ 1054 करोड़ की ठगी में सिर्फ 1.94 करोड़ की रिकवरी होना चिंताजनक है।” जयवर्धन सिंह की मांग है कि मध्य प्रदेश में साइबर पुलिस को और सक्षम किया जाए ताकि लोग फ्रॉड से बच सकें।
फ्रॉड से सतर्क रहने की जरूरत
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतने और संदिग्ध लिंक या कॉल से बचने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना फोन व अपनी बैंक डिटेल व नंबर साझा न करें।
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