वाशिंगटन – लाल खजूर कई गुणों की खान है। एशियाई क्षेत्रों में मिलने वाला यह खजूर कैंसर से लडने में भी सक्षम है।
एक अध्ययन में दावा किया गया है कि खजूर में मौजूद तत्व कैंसर का खात्मा करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इन्हें खाने से कैंसर कारक ट्यूमर की संरचना में आंदरूनी दबाव बढ़ता है, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
इनका इस्तेमाल अनिद्रा की बीमारी और भूख बढ़ाने में पारंपरिक चीनी दवाओं में भी किया जाता है।
यह अध्ययन फूड एंड फंक्शन पत्रिका में प्रकाशित हो चुका है। यह अध्ययन रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री में किया गया। लैब में हुए अध्ययन में कैंसर कोशिकाओं का सामना लाल खजूर से होने पर कैंसर कारक ट्यूमर में दबाव बढ़ा और वह खुद ब खुद खत्म हो गए। हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि लाल खजूर कैंसर होने से रोकता है या यह कैंसर कारक ट्यूमर को ठीक करने में मददगार है।
शोधकर्ताओं ने लैब में फेफड़ों, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं का खजूर के 8 कंपाउंड से सामना करवाया गया।
विशेषज्ञों ने देखा कि खजूर के चार कंपाउड से कैंसर कोशिकाओं ने दम तोड़ दिया और तीन अन्य की वजह से उन्होंने खुद को खात्मा कर लिया। लाल खजूर में मध्यपूर्वी खजूर के मुकाबले 32 गुना अधिक विटामिन सी होता है। साथ ही इसमें एंटी ऑक्सिडेंट की मात्रा भी काफी अधिक होती है। इसके अलावा तीन खजूर में 54 कैलोरी और 12 ग्राम तक शक्कर होती है। यह देखने में मध्यपूर्व देशों में मिलने वाले खजूर की तरह होते हैं और यह फेफड़ों, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं का खात्मा करने में सक्षम हैं।