Defamation Case – कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक (एडीसीबी) ने आरोप लगाने को लेकर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दाखिल किया हैं।
दरअसल साल 2016 के दौरान हुई नोटबंदी पर राहुल गांधी और रणदीप सिंह ने आरोप लगते हुए कहां था की पहले पांच दिनों में 750 करोड़ के पुराने नोट बदलने के लिए पहला पुरस्कार मिला हैं।
बता दे की इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 22 जून को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का घेराव करते हुए एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था की – “बधाई हो अमित शाह जी, डायरेक्टर अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक, आपके बैंक को पहले पांच दिनों में 750 करोड़ के पुराने नोट बदलने के लिए पहला पुरस्कार मिला हैं। लाखों भारतीयों की जिंदगी नोटबंदी में तबाह हो गई, आपकी इस उप्लब्धि को सलाम।
Congratulations Amit Shah ji , Director, Ahmedabad Dist. Cooperative Bank, on your bank winning 1st prize in the conversion of old notes to new race. 750 Cr in 5 days!
Millions of Indians whose lives were destroyed by Demonetisation, salute your achievement. #ShahZyadaKhaGaya pic.twitter.com/rf1QaGmzxV
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 22, 2018
जिस पर अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक (एडीसीबी) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ आरोप लगाने को लेकर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दाखिल किया हैं।
सहकारी बैंक और उसके अध्यक्ष अजय पटेल की ओर से दाखिल याचिका में दलील दी गई है कि दोनों नेताओं ने बैंक के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं। बता दे की इस मामले की सुनवाई 17 सितंबर को होगी।
जानकारी के अनुसार मुंबई के एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा दायर आरटीआई पर नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) ने जवाब जारी किया था जिसके बाद राहुल और सुरजेवाला ने आरोप लगाए थे। वहीं दूसरी तरफ बैंक ने अपने वकील एस वी राजू के जरिए अदालत के समक्ष अर्जी में कहा है कि दोनों कांग्रेस नेताओं की ओर से दिया गया बयान झूठा था क्योंकि बैंक ने इतनी बड़ी राशि बदली ही नहीं। उधर इस मामले को लेकर जांच कराने वाली जनहित याचिका बॉम्बे हाईकोर्ट खारिज कर चुका हैं।