Air Pollution: दिल्ली की हवा दीवाली के बाद जहरीली हो गई है। राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सोमवार के दिन 400 के पार पहुंच गया। हालांकि प्रदूषण का यह स्तर पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस बार थोड़ा बेहतर रहा है, लेकिन देखा जाए तो फिर भी दिल्ली ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।
क्यों बढ़ा प्रदूषण स्तर ?
जैसा कि आप जानते हैं कि इस साल सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर ‘ग्रीन पटाखों’ जलाने पर मंजूरी दे दी थी, जिसके कारण रातभर हुई जबरदस्त आतिशबाजी ने दिल्ली की हवा में धुआं और जहरीले कणों की मात्रा बढ़ा दी। हालांकि देर रात चली हल्की हवाओं से प्रदूषण का स्तर कुछ कम भी रहा हुआ, लेकिन सुबह के समय AQI 400 के पार रहा।
AQI क्या होता है?
AQI यानी Air Quality Index (वायु गुणवत्ता सूचकांक) एक ऐसा मानक है, जो हवा की गुणवत्ता को बताता है, जिससे यह पता चलता है कि कितने हानिकारक तत्व हवा में मौजूद हैं। बता दें कि भारत में इसे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। AQI से यह पता चलता है कि हवा कितनी साफ या प्रदूषित है और इसका स्वास्थ्य पर क्या असर होता है।
AQI की श्रेणियां
AQI को लगभग छह श्रेणियों में बांटा गया है—
- 0 से 50: अच्छा (हवा शुद्ध)
- 51 से 100: संतोषजनक
- 101 से 200: मध्यम
- 201 से 300: खराब
- 301 से 400: बहुत खराब
- 401 से 500: गंभीर
400 से अधिक AQI के स्तर को ‘गंभीर’ माना गया है, जिसमें सामान्य लोगों को भी खांसी, आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत आदि परेशानी का सामना करना पड़ता है। वही बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है।
क्या करें और क्या न करें
मिली जानकारी के अनुसार, जब किसी क्षेत्र में AQI 300 से अधिक होता है, तो लोगों को कई बातों का ध्यान रखना होता है। जैसे कि-
- सुबह की वॉक या दौड़ जैसी गतिविधियों से बचें।
- N95 या N99 मास्क का इस्तेमाल करें।
- घर के अंदर एयर प्यूरीफायर चलाएं।
- पौधे लगाएं जो हवा को साफ करते हैं।
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