बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को लेकर हाल ही में सोशल मीडिया पर यह खबर जोर पकड़ रही है कि उनका 24 नवंबर को मुंबई में निधन हो गया है। इस खबर ने फैंस और मीडिया में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खासकर यह कि पद्म भूषण सम्मानित धर्मेंद्र को अंतिम दर्शन क्यों न मिले और उनकी देह राजकीय सम्मान के साथ क्यों न रखी गई।
सवाल 1 : जल्दबाजी में गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार क्यों ?
खबर सबसे पहले IANS की रिपोर्ट के माध्यम से सामने आई। उसके बाद कई चैनल्स और ऑनलाइन मीडिया ने उसी रिपोर्ट को आगे बढ़ाया। हालांकि, धर्मेंद्र के परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं हुआ है। उनके चाहने वालों को यकीन नहीं हो पा रहा कि यह पुष्टि-योग्य खबर है या सिर्फ अफवाह।
सवाल 2 : पद्म भूषण मिला, तो राजकीय सम्मान क्यों नहीं दिया गया ?
सोमवार दोपहर करीब 1 बजे धर्मेंद्र के बंगले के बाहर एम्बुलेंस देखी गई थी, और उसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। साथ ही, विले पार्ले श्मशान घाट पर भी बैरिकेडिंग और सुरक्षा बढ़ी। यह दृश्य तब उभर कर आया, जब अफवाह फैली कि उनकी तबीयत बिगड़ी है और अंततः उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सवाल 3 : 2 दिन वेंटिलेटर पर रहे, तो धर्मेंद्र को आनन-फानन में घर क्यों लाया गया ?
धर्मेंद्र पद्म भूषण से सम्मानित हैं। आमतौर पर, ऐसे प्रतिष्ठित कलाकार को निधन पर राजकीय सम्मान दिया जाता है। लेकिन रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गार्ड ऑफ ऑनर नहीं सुना गया, और मीडिया को अंदर घुसने की अनुमति नहीं थी। इस बात ने फैंस में यह चर्चा शुरू कर दी है कि क्या सम्मान की कमी का कारण कुछ और था।
सवाल 4 : हेमा मालिनी ने कहा था- धर्मेंद्र रिकवर कर रहे हैं, फिर कैसे हुआ निधन ?
धर्मेंद्र के परिवार ने अभी तक कोई विस्तृत सार्वजनिक घोषणा नहीं की है। इसके पहले, 11 नवंबर को भी उनकी मौत की अफवाहें थीं, जिन्हें परिवार ने खारिज किया था। इस बार भी उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे अफवाहों को और हवा मिली है।
सवाल 5 : अगर धर्मेंद्र की हालत नाजुक नहीं थी, तो बेटियों को विदेश से क्यों बुलाया गया ?
10 नवंबर को धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई के कारण ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। कहा जाता है कि वे वेंटिलेटर पर थे, लेकिन दो दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। उनकी बेटियों को विदेश से बुलाया गया और डॉक्टर्स उनकी देखभाल में थे। इस पूरी स्वास्थ्य खबर के बाद यह सवाल उठता है: यदि उनकी तबीयत इतनी गंभीर थी, तो अचानक घर लाया जाना और फिर अफवाहों के बीच “निधन” की खबर क्यों फैल गई ?
निष्कर्ष
वर्तमान समय में, धर्मेंद्र के निधन की खबर मजबूत पुख्ता पुष्टि पर आधारित नहीं लगती। परिवार की चुप्पी, सुरक्षा का अचानक बढ़ना, और मीडिया रिपोर्ट्स ने मिलकर शंका पैदा की है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम किसी भी खबर को बिना पुष्टि के सच मानने से पहले सतर्क रहें। फैन्स को चाहिए कि वे आधिकारिक बयान का इंतजार करें और अफवाहों पर भरोसा न करें।



