Diabetes Patients – डायबिटीज एक ऐसी समास्या हैं जिसको लेकर लोग काफी परेशान रहते हैं।
इस बीमारी में लोगों को छोटी से छोटी बात का ध्यान रखना पड़ता हैं। पिछले कुछ सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसका कारण लोगों का खान-पान और उनकी जीवनशैली है। बता दे की मौसम बदलते ही डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरा और भी बढ़ जाता है। ज़्यदा तर बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चूकि बारिश के मौसम खतरा बढ़ जाता हैं। इसलिए इस मौसम में स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।
आज हम आपको जा रहें हैं की इस मौसम में आपको किन बातो का ख्याल रखना चाहिए। इस मौसम में आप इन बातो का ख्याल रख कर इस समास्या से बच सकते हैं। तो चलिए जानते हैं की किस बात का खतरा इस मौसम में बढ़ जाता हैं।
तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन
अक्सर ऐसा होता ही की बारिश थम जाने के बाद उमस बढ़ जाती है। जिसके कारण पसीना भी खूब निकलता है। ऐसे में शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को खूब पानी का सेवन करना चाहिए। गर बारिश के बाद मौसम में नमी है तो गर्म तरल पदार्थ जैसे वेजिटेबल सूप, टोमैटो सूप आदि पिएं। इसके अलावा तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन करना चाहिए जैसे सब्जियों का रस, नारियल पानी, अदरक की चाय आदि।
पैरों को गीला न छोड़ें
डायबिटीज के मरीजों को अपने पैरों का विशेष खयाल रखना चाहिए। बारिश के मौसम में अक्सर आपके पैर भीग जाते हैं। ऐसे में कहीं भी जाते समय अपने बैग में एक कपड़ा और एक एक्सट्रा मोजा जरूर रखें ताकि पैर भीग जाने पर आप पैरों को पोंछ सकें और मोजा भीग जाने पर मोजा बदल सकें। घर से निकलने से पहले जब आप मोजा पहनें, तो तलवों में थोड़ा टैल्कम पाउडर छिड़क लें। इससे पसीना और नमी का असर कम होगा।
आखों का बढ़ सकता हैं खतरा
इस मौसम में हानिकारक बैक्टीरिया और इंफेक्शन वाले कीटाणु बहुत ज्यादा हावी होते हैं। डायबिटीज के मरीजों को आंखों के रोगों का खतरा होता है क्योंकि ब्लड शुगर बढ़ जाने से डायबिटीक रेटिनोपैथी हो सकती हैं। ध्यान रहें की इस मौसम में बारिश के पानी से नहाने से बचें। घर से निकलें, तो सन ग्लासेज पहन कर निकलें और कपड़े धूप में ही सुखाएं।
परहेज पर राखे ध्यान
डायबिटीज के मरीजों के लिए ज़रूरी हैं की वो परहेज करें। डायबिटीज रोगियों के लिए बारिश के मौसम में ही नहीं बल्कि हर मौसम में परहेज जरुरी होता हैं। इसलिए अपने खाने-पीने का एक समय निर्धारित करें। दिन में कई बार अपना ब्लड शुगर चेक करें और खान-पान में सभी जरूरी सावधानियां बरतें।