कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई और चचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह के तेवरों में लगातार बदलाव दिखाई दे रहे हैं।
मंगलवार को अपने भाई दिग्गी के घर के बाहर धरना देने के बाद बुधवार को वे भाजपा नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करने पहुंच गए। दोनों नेताओं की बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया। हालांकि लिक्ष्मण सिंह ने मीडिया से कहा- ये केवल सौजन्य भेंट थी, क्या मिल नहीं सकते।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी की जय का नारा भी लगाया।
कांग्रेस के लिए चिंता का विषय क्यों?
दिग्विजय सिंह के भाई का शिवराज सिंह से मिलना इसलिए भी चर्चा का विषय है क्योंकि वर्ष 2004 में उन्होंने सोनिया गांधी से नाराजगी जताई थी। लक्ष्मण ने सोनिया का विदेशी बताते हुए कांग्रेस को सोनिया की कठपुतली बताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बाद में वे भाजपा में आ गये थे। लक्ष्मण सिंह पहले भाजपा से सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2011 में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के द्वारा दिग्विजय को बाबर की औलाद कहे जाने वाले बयान से नाराज होकर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ गए थे।
पहले भी कांग्रेस पर उठा चुके सवाल
पिछले दिनों उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर भी सवाल उठाए थे। मंगलवार को विधायक लक्ष्मण सिंह ने भोपाल में अपने बड़े भाई दिग्विजय सिंह के निवास पर समर्थकों के साथ धरना देकर चाचौड़ा को जिला बनाने की मांग की थी। लक्ष्मण सिंह मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी पर भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्जमाफी की घोषणा करने में जल्दबाजी कर दी थी।