EPFO 3.0: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े करोड़ों मेंबर्स के लिए बड़ी राहत की खबर है। दरअसल, संगठन की 238वीं सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) बैठक में एक अहम फैसला लिया गया है, जिसके तहत 100% ‘एलिजिबल बैलेंस’ का लाभ अब कर्मचारियों को प्राप्त होगा।
बता दें कि यह लाभ 30 करोड़ से ज्यादा EPFO सदस्यों को सीधा तौर पर प्राप्त होगा। ऐसे में आइए EPFO से जुड़ी हर एक जानकारी विस्तार से जानते हैं।
100% ‘एलिजिबल बैलेंस’
EPFO की इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि अब से EPFO मेंबर्स अपने खाते से 100% ‘एलिजिबल बैलेंस’ आसानी से निकाल सकेंगे। कर्मचारी न केवल अपने हिस्से का बल्कि नियोक्ता (Employer) द्वारा जमा किए गए हिस्से का पैसा भी निकाल पाएंगे।
EPFO की पहले यह सुविधा सीमित थी और केवल कुछ ही स्थितियों में यह राशि निकाल सकते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर सबसे अधिक ध्यान
मिली जानकारी के अनुसार, EPFO 3.0 के तहत डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन फ्रेमवर्क को भी मंजूरी दे दी है, जिसका मुख्य उद्देश्य EPFO सेवाओं को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी करना है। वही, इस डिजिटल सेवा में लोगों को कई तरह की बेहतरीन सुविधाएं भी प्राप्त होगी। जैसे कि- कोर बैंकिंग सॉल्यूशन, क्लाउड-बेस्ड प्लेटफॉर्म और ऑटोमेटेड क्लेम सेटलमेंट सिस्टम आदि।
EPFO 3.0 के तहत ‘पासबुक लाइट’ और ‘ऑनलाइन एनएक्सचर K’ जैसे फीचर्स भी शुरू किए गए है, जिससे कर्मचारी अपने खाते की जानकारी किसी भी समय कहीं से भी चेक कर सकते हैं।
क्या मिलेगा फायदा?
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के इस फैसले से 30 करोड़ मेंबर्स को तुरंत लाभ मिलेगा। डिजिटल अपग्रेडेशन के बाद क्लेम सेटलमेंट इंस्टेंट होगा, प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी और सेवा बहुभाषी (Multilingual) होगी।
पहले का नियम?
- EPFO के पहले नियमों के तहत कर्मचारी अपने PF खाते से पूरा पैसा केवल दो स्थितियों में निकाल सकता थे। नौकरी छोड़ने पर या सेवानिवृत्ति के समय होन पर ही।
- यदि कोई व्यक्ति नौकरी छोड़ देता था, तो एक महीने बाद वह अपने PF बैलेंस का 75% पैसा निकाल सकता था।
- बाकी की शेष 25% राशि दो महीने बाद निकाली जा सकती थी।
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