सीएम कमलनाथ ने दिए न्यायिक जांच के आदेश
कलेक्टर ने मृतकों के परिजनों 4-4 लाख मुआवजे के आदेश दिए
भोपाल में गणेश विसर्जन के दौरान बड़ी दुर्घटना हो गई। यहां खटलापुरा घाट के पास नाव पलटने से 11 लोगों की डूबने से जान चली गई। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव जारी है। जानकारी के मुताबिक नाव में 18 लोग सवार थे। लापता लोगों की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना के पीछे न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जो भी इसके पीछे दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। मंत्री पीसी शर्मा ने बताया, ‘यह घटना काफी निंदनीय है। जिला कलेक्टर ने मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
घटना की जांच की जाएगी।’
बताया जा रहा है कि सभी लोग गणपति विसर्जन के लिए एक नाव में बैठकर झील के दूसरी ओर जा रहे थे। नाव में क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने की वजह से वह पलट गई। घटनास्थल पर एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम तैनात है। अब तक 11 शव निकाले जा चुके हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, नाव काफी छोटी थी जबकि भगवान गणेश की मूर्ति बड़ी थी। विसर्जन के दौरान मूर्ति पानी में उतारते वक्त नाव एक तरफ झुक गई और पलट गई।
पीड़ितों से मिलने पहुंचे शिवराज सिंह
भोपाल के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार अलसुबह गणेश विसर्जन के दौरान 11 लोगों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। इस हादसे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीडि़तों का हालचाल जाना। उन्होंने इस दौरान कहा कि बहुत दुखद घटना हुई है। यह आलोचना का समय नहीं है।
लेकिन गणेश विसर्जन पर ऐसी आशंकाएं रहती हैं।
प्रशासन को व्यवस्था करना चाहिए थी। घटना की जांच के आदेश हुए हैं, इसलिए आलोचना नहीं कर रहा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सीएम और प्रशासन पूरे प्रदेश में सुरक्षा का इंतजाम करें। ये प्राइमरी जिम्मेदारी है। बच्चे चले गए इसलिए संतुष्टि का सवाल नहीं है। मेरा मुख्यमंत्री से आग्रह है कि घटना के दोषियों को चिन्हित करके कार्रवाई होनी चाहिये। परिवारों की स्थिति को देखते हुए कम से कम 10-10 लाख मुआवजा दिया जाना चाहिए।
मालूम हो कि घटना के बाद 5 लोग तैरकर सकुशल बाहर आ गए।
अभी कुछ और लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। इसके चलते गोताखोरों की टीम रेस्क्यू में जुटी है। पिपलानी इलाके के लोग आज सुबह करीब 4 बजे चल समारोह के साथ एक बड़ी गणेश प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए छोटे तालाब के खटलापुरा घाट पर पहुंचे थे, जहां मूर्ति को क्रेन के सहारे तालाब में विसर्जित किया जा रहा था, इसी दौरान संतुलन बिगड़ने से नाव पलट गई, जिसमें सवार 18 लोग डूब गए, जिनमें से 6 तैरकर तालाब से घाट पर आ गए जबकि 12 लोग पानी से बाहर नहीं निकल सके।