गोवा के मुख्यमंत्रीद प्रमोद सावंत ने कहा है कि गोवा में आने वाले सैलानियों के लिए कोविड-19 के परीक्षण एवं निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है और राज्य में घरेलू पर्यटन शत प्रतिशत बहाल हो गया है।
श्री सावंत ने यूनीवार्ता से यहां एक मुलाकात में कहा, “गोवा में कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आवश्यक नहीं है।
पर्यटकों के आने पर केवल थर्मल जांच की जा रही है।” उन्होंने कहा कि राज्य में घरेलू पर्यटन अब तकरीबन कोविड पूर्व की स्थिति के बराबर आ गया है। गोवा के ज्यादातर होटलों में कमरे भरे हुए हैं। हालांकि राज्य सरकार सुनिश्चित कर रही है कि होटलों एवं पर्यटक स्थलों पर काेविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाये। गोवा सरकार केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कर रही है।
श्री सावंत ने बताया कि कोविड के कारण बुरी तरह से प्रभावित पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को सहायता के उद्देश्य से वाणिज्यिक एवं पर्यटन वाहनों पर लगने वाले कर में 50 प्रतिशत की छूट दी गयी है। हाल में बड़ी संख्या में सैलानियों के आने से पर्यटन में हुए नुकसान की काफी हद तक भरपायी हो रही है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर रोक की वजह से उच्च वर्ग के पर्यटन पर असर बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों विशेष कर चार्टर विमानों से आने वाले पर्यटकों को कोविड प्रोटोकॉल के साथ आने की अनुमति देने के बारे में बात की है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष 19 दिसंबर से लेकर 19 दिसंबर 2021 तक गोवा की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
इस दौरान गोवा सरकार पर्यटन के माध्यम से गोवा की सांस्कृतिक विरासत को विश्व के सामने उभारने का काम करेगी।
सांस्कृतिक पर्यटन एवं आध्यात्मिक पर्यटन के अवसर तथा गोवा का स्वतंत्रता का आंदोलन पर्यटकों के समक्ष पेश किया जाएगा।
कोविड-19 के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा में सर्वाधिक राजस्व पर्यटन के कारण आता है,
उसके बाद उद्योग, फिर खनन और फिर कृषि से प्राप्त होता है।
कोविड के कारण उत्पन्न चुनौतियों से मुकाबले के लिए राज्य सरकार ने पर्याप्त कदम उठाये हैं।
पर्यटन उद्योग को उबारने में गोवा सफल रहा है। कोविड-19 के काल में पर्यटकों के लिए आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए कदम उठाये गये।
उन्होंने बताया कि हाल ही में एक प्रतिष्ठित पत्रिका के अवार्ड कार्यक्रम को छोटे राज्यों की श्रेणी में पर्यटन,
ढांचागत विकास एवं अर्थव्यवस्था के वर्ग में गोवा को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि गोवा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को स्वीकार करते हुए
स्वयंपूर्णा गोवा अभियान शुरू किया जिसमें कृषि, उद्यानिकी और डेयरी क्षेत्र में गोवा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए फलों,
सब्जियों, खाद्यान्नों, दूध, मछली, आदि के उत्पादन को बढ़ाने को काम किया जा रहा है।
इसके अलावा श्रमिक वर्ग के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने गोवा में फरवरी 2022 तक दस हजार पदों पर भर्ती करने का लक्ष्य तय किया गया है।