भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास की कंपनी Perplexity AI ने गूगल को 34.5 अरब डॉलर का ऑफर दिया है। कंपनी गूगल के मशहूर वेब ब्राउजर Chrome को खरीदना चाहती है। यह खबर टेक दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है।
गूगल पर केस का दबाव
गूगल पर अमेरिका में एंटी-ट्रस्ट केस चल रहा है।
आरोप: गूगल ऑनलाइन सर्च में अपनी मनमानी करता है।
2024 में एक अमेरिकी जज ने कहा कि गूगल ने गैरकानूनी तरीके से बाजार पर कब्ज़ा किया है।
अमेरिकी सरकार चाहती है कि गूगल क्रोम ब्राउजर बेच दे।
Perplexity का वादा
अगर डील होती है, तो Chrome में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया जाएगा।
Perplexity जल्द ही “Comet” नाम का नया ब्राउजर लॉन्च करेगी।
इस ब्राउजर में AI की मदद से
ऑनलाइन खरीदारी
रिसर्च और अन्य काम और भी आसान होंगे।
https://www.perplexity.ai — Perplexity AI का होम पेज; AI-सहायता प्राप्त सर्च इंजन और ब्राउज़र तकनीक की जानकारी के लिए आदर्श स्थान।
IIT से लेकर विदेश तक
Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास IIT मद्रास से पढ़े हैं। उन्होंने 2022 में यह कंपनी शुरू की। थोड़े समय में ही यह AI कंपनी दुनिया में पहचानी जाने लगी है।
क्या गूगल मानेगा ?
अभी यह पक्का नहीं है कि गूगल यह ऑफर स्वीकार करेगा।
अगर केस में दबाव बढ़ा, तो गूगल को Chrome बेचना पड़ सकता है।
Chrome बिकने पर इंटरनेट की दुनिया में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।