Google अब अपने स्टाफ को ऑफिस बुलाने की पूरी कोशिश कर रहा है। कंपनी ने 50 मील (लगभग 80 किलोमीटर) के अंदर रहने वाले सभी कर्मचारियों को हाइब्रिड वर्क मॉडल अपनाने का निर्देश दिया है। यानी हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस आना होगा और बाकी दिन घर से काम कर सकते हैं।
ये नियम खासतौर पर Google की Core, Marketing, Research, Knowledge & Information (K&I) और Communications की टीमों पर लागू किया गया है। इनमें से K&I टीम तो Google Search, Ads और Shopping जैसी सर्विस संभालती है।
वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम भी शुरू
Google ने अमेरिका में कुछ कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम भी शुरू किया है। यानी जो कर्मचारी ऑफिस नहीं आना चाहते, वे स्वेच्छा से नौकरी छोड़ सकते हैं। इसके बदले कंपनी उन्हें सेवरेंस पैकेज भी देगी। Google ने कहा है कि इससे भविष्य की योजनाओं पर बेहतर फोकस करने में मदद मिलेगी।
AI प्रोजेक्ट्स के लिए ऑफिस में टीमवर्क जरूरी

Google के एक सीनियर अधिकारी ने अपने मेमो में बताया कि AI और दूसरी नई टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए टीमों का एक साथ ऑफिस में रहना बहुत जरूरी है। इससे आपसी बातचीत और काम का तालमेल अच्छा रहेगा।
पहले भी हो चुकी है छंटनी
इस साल की शुरुआत में Google ने Android, Pixel और Chrome जैसे प्रोडक्ट्स पर काम करने वाली अपनी टीम में सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी की थी। कंपनी का कहना था कि ये छंटनी काम को बेहतर तरीके से मैनेज करने के लिए की गई थी।
Amazon ने भी WFH पॉलिसी हटाई

सिर्फ Google ही नहीं, Amazon ने भी वर्क फ्रॉम होम खत्म कर अपने सभी कर्मचारियों को ऑफिस बुला लिया है। Amazon के CEO एंडी जैसी ने कहा कि वर्क फ्रॉम होम से काम में रुकावट आती है और कई बार मीटिंग्स बेकार में लंबी चलती हैं। उन्होंने कहा कि अब फिजूल की प्री-मीटिंग्स भी खत्म की जाएंगी।