India UK Trade Deal: भातर और यूनाइटेड किंगडम के बीच बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को भारतीय कैबिनेट ने मंगलवार 22 जुलाई, 2025 को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जुलाई को लंदन में इस समझौते पर साइन करेंगे। इस दौरे में वह यूके के बाद मालदीव भी जाएंगे। इस दौरान वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी साथ मौजूद रहेंगे।
क्या है समझौता?
इस समझौते को आधिकारिक तौर पर कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) कहा जा रहा है। इसका लक्ष्य 2030 तक भारत और यूके के बीच दोगुना कर 120 अरब डॉलर तक पहुंचना है।
इस डील से मिलेंगे ये फायदे
भारत के लिए फायदा: चमड़ा, जूते और परिधान जैसे श्रम –प्रधान उत्पादों के निर्यात पर टेक्स्ट हटाया जाएगा। जिससे भारतीय समान यूके में सस्ते होंगे। साथ ही, समझौते से देश में टेक्सटाइल, फुटवेयर और चमड़ा उद्योग में रोजगार तेजी से बढ़ेगा। अनुमान है कि इस समझौते के बाद UK की कई बड़ी कंपनियां भारत में अपने कारखाने को लगा सकती हैं, जिससे नई नौकरियां पैदा होगी।
यूके के लिए फायदा: भारत में ब्रिटिश व्हिस्की और कारों पर आयात शुल्क में कटौती की जाएगी, जिससे ये उत्पाद सस्ते होंगे।
इसके अलावा सेवाएं, नवाचार, बौद्धिक संपदा अधिकार और सरकारी खरीद जैसे विषय भी शामिल हैं। जिसे दोनों देशों के वाणिज्य मंत्री साइन करेंगे और फिर यह यूके सांसद मंजूरी के बाद प्रभावी होगा।

सोशल सिक्योरिटी समझौता
दोनों देशों ने कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन एग्रीमेंट भी सहमति जताई है। इससे यूके में इससे UK में अस्थायी रूप से काम करने वाले भारतीय पेशेवरों को दोहरी सामाजिक सुरक्षा अंशदान से राहत मिलेगी।
व्यापार के आंकड़ों पर एक नजर
- 2024-25 में भारत से UK को निर्यात 6% बढ़कर 14.5 अरब डॉलर हो गया।
- पिछले कुछ समय से UK से भारत का आयात 3% बढ़कर करीब 8.6 अरब डॉलर तक पहुंचा।
- साल 2023-24 में दोनों देशों का कुल व्यापार लगभग 34 अरब डॉलर रहा, जोकि पिछले साल से अधिक है।