INTERNATIONAL TIGER DAY : अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस 2025 पर भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वन्यजीव संरक्षण को मजबूती देने वाले कई कदम उठाए। उन्होंने वन्यजीव ट्रांसलोकेशन, रेस्क्यू और डॉग स्क्वॉड वाहनों का लोकार्पण किया
सीएम ने का लोकार्पण
- भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मुख्यमंत्री ने तीन ट्रांसपोर्ट वाहन,
तीन चिकित्सकीय वाहन और दो डॉग स्क्वॉड वाहनों का लोकार्पण किया। - उन्होंने इन वाहनों में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया।
MOVIES टीजर [ Teaser ]
- कार्यक्रम में बाघों और वन्यजीव संरक्षण पर केंद्रित वृत्तचित्रों के टीजर जारी किए गए।
- इनमें पेंच टाइगर रिजर्व की “स्थानीय सहभागिता से बाघ प्रबंधन”,
कान्हा की “मृत्युंजय”, सतपुड़ा की “कल, आज और कल”
तथा चीता पुनर्वास पर आधारित “अबोड़ ऑफ का चीताज” शामिल हैं।
सम्मान और विमोचन कार्यक्रम
- सीएम यादव ने वन सुरक्षा, ईको विकास और ग्राम वन समितियों को सम्मानित किया।
- उन्होंने राज्य वन्यजीव योजना 2023-2043 का हिंदी संस्करण,बाघ और तितलियां नामक
पुस्तक, गिद्ध गणना रिपोर्ट, चीता प्रबंधन मैन्युअल का विमोचन किया।
गजरक्षक ऐप और डोजियर का विमोचन
- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा विकसित हाथियों की पहचान संबंधी डोजियर,
हाथी-मानव संघर्ष को कम करने वाले गजरक्षक ऐप का भी लोकार्पण किया गया।
प्रदर्शनी का आयोजन
- कार्यक्रम स्थल पर वन्यजीव संरक्षण पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई।
- सीएम ने उसका अवलोकन कर विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।
मध्यप्रदेश टाइगर रिजर्व की खास बातें:
- देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन:
- केंद्र सरकार की रिपोर्ट में पेंच टाइगर रिजर्व को देश में पहला स्थान मिला।
- बांधवगढ़, कान्हा, संजय और सतपुड़ा को भी बेहतरीन प्रबंधन वाला टाइगर रिजर्व माना गया है।
विश्व धरोहर में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व:
- सतपुड़ा को यूनेस्को की विश्व धरोहर
संभावित सूची में शामिल किया गया है।
प्रदेश में 9 टाइगर रिजर्व:
- कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, पन्ना, सतपुड़ा, संजय, नौरादेही, माधव नेशनल पार्क
डॉ. विष्णु वाकणकर टाइगर रिजर्व शामिल हैं।
बांधवगढ़ में सर्वाधिक बाघ:
- यह रिजर्व न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि पूरे भारत
में बाघों की संख्या के लिहाज से प्रमुख है।
पर्यटन और राजस्व में वृद्धि:
- पिछले 5 वर्षों में टाइगर रिजर्वों में 7.38 लाख भारतीय और 85 हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक पहुंचे।
- इससे कुल 8.24 लाख पर्यटकों की उपस्थिति दर्ज हुई और करीब 61 करोड़ 22 लाख रुपये की आय हुई।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA)
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